देश/विदेश (जनमत):- भारत अभी हाल ही में 8वीं बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् का स्थयी सदस्य बना है, इसी कड़ी में रूस, भारत और चीन (RIC) के विदेश मंत्रियों के बीच मंगलवार को आभासी बैठक शुरू हो गई। इस दौरान भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, ‘दुनिया की प्रमुख आवाजों को हर तरह से अनुकरणीय होना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान करना, साझेदारों के वैध हित को पहचानना, बहुपक्षवाद का समर्थन करना और अच्छाई को बढ़ावा देना ही एक टिकाऊ विश्व व्यवस्था का निर्माण करने का रास्ता है।’
दरअसल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हो रही बैठक में उन्होंने कहा, ‘यह विशेष बैठक हमारे लंबे समय से चल रहे अंतरराष्ट्रीय संबंधों के सिद्धांतों में विश्वास को दोहराती है, लेकिन आज चुनौती अवधारणाओं और मानदंडों की नहीं बल्कि समान रूप से इसपर अभ्यास की हैं।’ भारत, रूस और चीन के विदेश मंत्रियों के बीच जारी आभासी बैठक में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के लिए स्थायी सदस्यता की मांग भी उठी। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि बैठक में संयुक्त राष्ट्र में संभावित सुधारों और भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनाने की बात भी उठी। उन्होंने कहा कि हमें लगता है कि भारत इसका पूर्णकालिक सदस्य बनने का हकदार है और हम भारत की दावेदारी का पूरा समर्थन करेंगे और प्रयास करेंगे की भारत को सुरक्षा परिषद् की स्थाई सदस्यता मिल सकें।
Posted By:- Ankush Pal
Correspondent,Janmat News.