देवरिया (जनमत) :- लोकतंत्र के चार स्तम्भों में से एक “पत्रकारिता” अब कटघरे में खड़ी नज़र आने लगी है… चुकी पत्रकारों पर अब दिन प्रति दिन मुक़दमे दर्ज होने लगें हैं जिसके चलते लोकतंत्र का ये स्तम्भ कमजोर होता नज़र आ रहा है … इसी कड़ी में देवरिया जिले के जिला अस्पताल में नाबालिक बच्ची को पोछा लगाते हुए देख एक पत्रकार ने वीडियो बना लिया जो की सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ. इससे नाराज जिला प्रशासन ने सम्बंधित पत्रकार पर गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करा दिया । जिससे नाराज जिले के पत्रकारों ने काली पट्टी बांधकर धरना प्रदर्शन किया और साथी पत्रकार पर दर्ज फर्जी मुकदमा वापस लिए जाने की मांग की गयी.
इस दौरान पत्रकारों ने अपना रोष जाहिर करते हुए बताया कि जिले की कमियों को उजागर करने के लिए हम खबर चलाते है जिससे प्रशासन इन कमियों को समय रहेंते दूर कर सकें लेकिन अब जिला प्रशासन पत्रकारों की आवाज दबाने के लिए हमपर गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पत्रकारों के मनोबल को गिराने का प्रयास कर रहा है. वहीँ जिला प्रशासन की इस नीति से आहत होकर पत्रकारों ने जमीन पर लेट कर विरोध जाहिर किया । हालाँकि इसके चलते सभी पत्रकारों पर धारा 144 और कोविड 19 के तहत नोटिस जारी कर दिया गया था । वहीँ पुलिस अधीक्षक श्रीपती मिश्र ने बताया कि पत्रकार पर दर्ज मुकदमे की जांच स्पेक्टेर से हटाकर डिप्टी एसपी को सौंप दी गयी है, और पारदर्शिता के साथ मामले की जांच जारी है.
Reported By:- Lalbabu Gautam, Deoria, UP.