मनोरंजन (Janmat News) : ‘सांड की आंख’ फिल्म का ट्रेलर रिलीज होते ही कंगना रनौत की बहन रंगोली चंदेल ने इस पर एक विवाद छेड़ दिया है। रंगोली कुछ दिन पहले एक ट्वीट किया कि पहले ये फिल्म कंगना को ऑफर हुई थी, लेकिन उन्होंने ये फिल्म करने से मना कर दिया और ये सलाह दी कि डायरेक्टर को फिल्म में कोई बड़ी उम्र की एक्ट्रेस को कास्ट करना चाहिए। रंगोली के कमेंट के बाद नीना गुप्ता ने भी इस पर तंज कसा और कहा कि हमारे उम्र के रोल तो हमसे करा दो। नीना और रंगोली के बयान के बाद फिल्म में तापसी और भूमि को बड़ी उम्र की महिला दिखाने पर बहस छिड़ गई।
अब इस पूरे मामले पर फिल्म डायरेक्टर तुषार हीरानंदानी ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। स्पॉटब्वाय से बातचीत में तुषार ने कहा, मेरी पसंदीदा फिल्म ‘मदर इंडिया है’ और ‘सांड की आंख’ के जरिए मैंने नरगिस जी को श्रद्धांजलि देने की कोशिश की है, क्योंकि वह उस समय काफी युवा थीं जब उन्होंने वो भूमिका निभाई थी’।
फिल्म डायरेक्टर तुषार ने ‘मेरे अपने’ में मीना कुमारी, ‘मौसम’ में शर्मिला टैगोर, ‘आंधी’ में सुचित्रा सेन और संजीव कुमार के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि इन सभी कलाकारों ने अपनी उम्र से बड़े उम्र के किरादरों को बखूबी निभाया था। अगर आप गूगल करेंगे तो ये लिस्ट और भी लंबी है। डायरेक्टर ने कहा, यही अगर कोई हीरो करता तो सब बहुत अच्छा बोलते। सांड की आंख में तापसी और भूमि को केवल बुजुर्ग महिला नहीं दिखाया जाएगा, बल्कि उनके जवानी के दिनों को भी दिखा जाएगा।