Lifestyle (Janmat News): सबको खिलाते-पिलाते हुए अपनी ही सेहत के बजट में कटौती करती रहती हैं महिलाएं और नतीजा होता है कमजोर स्वास्थ्य। समझने वाली बात ये है कि कुपोषण से लड़ाई में इससे फर्क नहीं पड़ता कि आपके आहार में शामिल चीजें सस्ती हैं या महंगी। फर्क पड़ता है तो बस इस बात से कि वे कितनी कारगर हैं। तो आज ही से इन्हें आजमाएं और अपनी सेहत को बेहतर बनाएं..
सस्ता समझकर इसको इग्नोर मत कीजिए, केला दुनियाभर में खिलाडि़यों की पहली पसंद है। दिन में दो केले आपको भरपूर मात्रा में विटामिन सी, मैंगनीज और पोटैशियम का लाभ देते हैं। केले अस्थमा, ब्लड प्रेशर, हृदय रोग, पाचन समस्याओं से लेकर कैंसर तक से लड़ते हैं और हां, निश्चिंत रहिए दिन में दो केले खाने से आपका शरीर तो खूब मजबूत होगा लेकिन आप इनसे मोटी कतई नहीं होंगी।
मूंगफली को गरीबों का बादाम यूं ही नहीं कहा जाता। मूंगफली के एक मुट्ठी दानों (इन्हें एक दिन में इतना ही लीजिए) में एक मुट्ठी बादाम के बराबर ही प्रोटीन, कैलोरी और फाइबर होते हैं। विटामिन बी कांप्लेक्स के प्रमुख घटकों फोलेट और नियासिन से भरपूर मूंगफली बादाम की तुलना में दोगुनी ताकत से ब्लड में कोलेस्ट्राल को घटाती है, हृदयरोग की आशंका कम करती है और महिलाओं में अक्सर ही उंगलियों तथा जोड़ों में होने वाली सूजन की रोकथाम करती है।
एनीमिया मतलब शरीर में खून की कमी। मतलब खून में हीमोग्लोबिन का घटना। मतलब चिड़चिड़ापन, थकान, चक्कर आना, कमजोरी, आंखों के नीचे काले घेरे, झर्रियां और असमय बुढ़ापा। सप्ताह में दो पाव पालक यह नौबत ही नहीं आने देती और अगर आप इसे दाल के साथ पकाती हैं तो लाभ दोगुने हो जाते हैं। वजह यह कि दोनों ही आयरन से भरपूर होती हैं और दोनों साथ मिल जाएं तो बनती है प्रोटीन और फाइबर से भरपूर कंपलीट आयरन डाइट।
सोयाबीन की बडि़यों में अंडों, मांस और दूध की तुलना में बहुत अधिक प्रोटीन होता है। मैंगनीज, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर होने के कारण यह दिमाग, हृदय और हड्डियों को तो मजबूत करता ही है, महिलाओं में रजोनिवृत्ति की वजह से उत्पन्न होने वाली आस्टियोपोरोसिस की आशंका को भी कम करता है। यह अनिद्रा और इसकी वजह से होने वाली चिड़चिड़ाहट को दूर रखता है। हफ्ते में कुल 60 ग्राम सोयाबीन की बडि़यों का सेवन इसके अच्छे लाभ लेने के लिए पर्याप्त है।
Posted By: Priyamvada M