देश/विदेश (जनमत) :- जहाँ एक तरफ पूर्व विश्व आतंक के गुनेह्गारों पर रोक लगाने के लिए आतुर हैं वहीँ दूसरी तरफ चीन अपने पाक प्रेम के चलते आतंक के प्रति अपनी आँखें खोलने का नाम नहीं ले रहा है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् (यूएनएससी) में पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए एक बार फिर दबाव बढ़ रहा है। इसके लिए प्रक्रिया भी तेज हो गई है।
संयुक्त राष्ट्र में अजहर पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव देने वाले अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने चीन से अपनी तकनीकी बाधा हटाने को कहा है। एक तरफ जहां अजहर को लेकर चीन से बातचीत जारी है। वहीं एक पश्चिमी कूटनीतिक सूत्र का कहना है कि चीन को तकनीकी बाधा हटाने के लिए 23 अप्रैल तक का समय दिया गया है। तीनों देश एक बार फिर से अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने को लेकर सहमत हैं।