देश- विदेश (जनमत) :- जहाँ एक ओर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने साफ़ छवि के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर सवालिया निशाँ लगा दिया वहीँ राफेल डील में राहुल गांधी के आरोपों को दैसो कंपनी के सीईओ ने सीरे से खारिज कर दिया है. वहीँ कंपनी के सीईओ के मुताबिक “रिलायंस को दैसो ने खुद चुना था। कांग्रेस के साथ हमारा लंबा अनुभव रहा है. वहीँ उन्होंने बताया की राहुल गांधी के बयान से गहरा दुख पंहुचा है. साल 1953 में भारत के साथ पहली डील हुई थी। हम किसी पार्टी के लिए काम नहीं कर रहे।
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वहीँ कहीं न कहीं दसौल्ट के सीईओ ने राहुल गाँधी के आरोपों को खारिज कर दिया है. वहीँ सीईओ के मुताबिक रिलायंस के अलावा हमारे कई 30 दूसरे पार्टनर भी हैं। ट्रेपिए ने कहा कि 36 राफेल विमानों की कीमत भी उतनी ही रखी गई जितनी 18 विमानों की थी। जबकि, कीमत दोगुनी होनी चाहिए थी। लेकिन, दो सरकारों के बीच बातचीत के बाद कीमत तय हुई थी। हम इसमें कुछ भी नहीं कर सकते चुकी यह दो सरकारों के बीच की बात है.