देश/विदेश (जनमत) :- एक तरफ देश की मोदी सरकार ने जहाँ कश्मीर को लेकर एतिहासिक फैसला लिया है और जिसके चलते राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को खत्म करने का बड़ा एलान किया। वहीँ इस एलान के बाद सदन में कांग्रेस जोरदार हंगामा कर रही है।वहीं इस फैसले को सार्वजनिक करने से पहले जम्मू-कश्मीर में सेना की तैनाती बढ़ा दी गई थी। वहीं पीडीपी मुखिया महबूबा मुफ्ती ने इसे लेकर कड़ा विरोध जताया है।
यहां तक कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को नजरबंद कर दिया गया। इतना ही नहीं महबूबा ने धमकी तक दे डाली। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि आज का दिन देश के लोकतंत्र में काला दिन है। धारा 370 को रद्द करने का एकतरफा फैसला गैरकानूनी और असंवैधानिक है। हालाँकि इस फैसले के बाद से ही कश्मीर में जहाँ सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किये गएँ हैं वहीँ इसके लिए सेना भी तैनात की जा चुकी है. साथी ही कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने इसपर अपना विरोध दर्ज कराया और धारा 370 को रद्द करने को लेकर लोगो का आक्रोश और आन्दोलन किये जाने की बात कही है. साथ ही महबूबा मुफ़्ती ने ट्विट किया कि लोकतंत्र के मंदिर से हमें धोखा मिला है.