देश/विदेश (जनमत) :- चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर जारी तनाव के बीच, गुरुवार को सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे लद्दाख क्षेत्र की फॉरवर्ड लोकेशन का दो दिवसीय दौरा करेंगे। वे यहां फील्ड कमांडरों के साथ तैनाती और सैन्य तैयारियों की समीक्षा करेंगे। इसके अलावा प्रमुख रणनीतिक इंफ्रा परियोजनाओं की वर्तमान स्थिति के बारे में रिपोर्ट लेंगे। यह जानकारी सेना के सूत्रों ने दी है। दो दिवसीय यात्रा के दौरान सेना प्रमुख उन सैनिकों के परिचालन तैयारियों की भी समीक्षा करेंगे जो तीन महीने से अधिक समय से चीन के सैनिकों के साथ गतिरोध वाले क्षेत्रों में तैनात हैं। वहीँ जानकारी के मुताबिक एलएसी के भारतीय सीमा के अंदर पेंगोंग झील के उत्तरी तट पर भी एहतियाती उपायों के तहत सैनिकों की तैनाती में कुछ बदलाव किए गए हैं। इलाके में तनाव बना हुआ है।
इसी बीच पूर्वी लद्दाख में चीन की उकसाने वाली कार्रवाई को नाकाम करने के कुछ दिनों बाद भारत ने पेंगोंग त्सो इलाके के दक्षिणी तट पर कम से कम तीन महत्वपूर्ण पर्वत चोटियों पर अपनी उपस्थिति और मजबूत की है। चीनी कोशिशों के मद्देनजर भारतीय सेना ने 3,400 किमी लंबे एलएसी पर अपने सभी अग्रिम सैन्य ठिकानों को चौबीसों घंटे सतर्क रहने के लिए अलर्ट कर दिया है। गलवां घाटी झड़प के बाद भारत ने अरूणाचल प्रदेश और सिक्किम सहित सभी सीमावर्ती इलाकों में अतिरिक्त सैनिक एवं हथियार प्रणाली भेजी हैं।
Posted By:- Ankush Pal,
Correspondent,Janmat News.