देश/विदेश (जनमत) :- अभी हाल ही में देश ने पुलवामा आतंकी हमले का करारा जवाब पडोसी देश को दिया, जिसके बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने भी यह स्वीकार किया कि जैश सरगना मसूद पाक में ही रह रहा है. वहीँ दूसरी ओर भारत एक बार फिर से जैश ए मोहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकियों की सूची में शामिल करने के लिए प्रयासरत है।
वहीँ अगर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के किसी भी सदस्य देश ने आपत्ति नहीं जताई तो मसूद पर आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबन्ध लगाया जा सकता है. वहीँ इस बार विशेष बात यह है कि इस प्रस्ताव को अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस सुरक्षा परिषद में लेकर गए हैं। इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि चीन भी अपने वीटो शक्ति का प्रयोग करने से बचेगा। हालाँकि अपनी दोस्ती निभाने के लिए चीन कुछ भी कर सकता है, इससे पहले भी चीन की ही बदौलत मसूद बचता रहा है.