देश/विदेश (जनमत) :- देश का महात्वकांक्षी चंद्रमिशन चंद्रयान-2 सफलतापूर्वक अपनी मंजिल की ओर धीरे धीरे बढ़ रहा है. इसी के साथ ही चंद्रयान-2 चंद्रमा की कक्षा में मंगलवार सुबह नौ बजकर दो मिनट पर स्थापित हो गया है। इसे 29 दिन पहले श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किया गया था। चंद्रयान-2 को चांद की कक्षा में प्रवेश कराना वैज्ञानिकों के लिए कड़ी चुनौती थी। चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करने में चंद्रयान को 1738 सेकेंड्स का समय लगा।
इससे पहले सोमवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के अध्यक्ष के सिवन ने बताया था कि चांद की कक्षा में आने के बाद से चंद्रयान-2 चांद की चार कक्षाओं से होकर गुजरेगा, जिसके बाद यह चांद की अंतिम कक्षा में दक्षिणी ध्रुव पर करीब 100 किमी ऊपर से गुजरेगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष मिशन को लेकर अधिक जानकारी भी देंगे.
विक्रम चार दिन तक 30 गुणा 100 किमी के दायरे में चांद का चक्कर लगाएगा। इसके बाद यह चांद के दक्षिणी ध्रुव में सतह पर सात सितंबर को अपना कदम रखेगा। फिर चंद्रमा की कक्षा में पहुंचने में इसे 6 दिन लगे। चांद की कक्षा में पहुंचने के बाद यान 13 दिन तक चक्कर लगाएगा। 22 जुलाई को लॉन्च हुए इस मिशन ने इससे पहले 23 दिन पृथ्वी के चक्कर लगाए थे। इसी दौरान यानी दो सितंबर को यान का विक्रम लैंडर ऑर्बिटर से अलग हो जाएगा।