देश/विदेश (जनमत) :- जम्मु-कश्मीर में जहाँ कई पिछले कुछ दिनों से शांति बनी हुई है वहीँ राज्य के विशेष दर्जे की समाप्ति के बाद हिरासत में लिए गए अलगाववादियों और नेताओं को सरकार रिहा करने का मन बना रही है. वहीँ जानकारी मिल रही है कि इन्हें बांड पर रिहा करने का फैसला लिया गया है. इसके लिए उनसे बांड पर हस्ताक्षर कराए जा रहे हैं। जिससे भविष्य में राज्य में किसी प्रकार के तनाव की स्थिति न पैदा होने पाए.
पिछले 47 दिनों से अलगाववादियों तथा विभिन्न पार्टियों के नेताओं को हिरासत में रखा गया है। हिरासत में रखे गए नेताओं को प्रशासन ने बांड पर हस्ताक्षर करने की शर्त पर रिहाई की पेशकश की है। अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक समेत सात नेताओं ने रिहाई के लिए बांड पर हस्ताक्षर किए हैं। वे हिरासत में लिए गए उन 36 लोगों में शामिल हैं जिन्हें सेंटूर होटल में रखा गया है। बताया जा रहा है कि मीरवाइज उमर फारूक के अलावा नेशनल कांफ्रें स के दो, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और पीपुल्स कांफ्रें स के एक-एक नेता और दो अन्य ने बांड पर हस्ताक्षर किए हैं। पीपुल्स कांफ्रें स के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन, पीडीपी युवा विंग के नेता वाहिद पारा और नौकरशाह से नेता बने शाह फैसल ने बांड पर हस्ताक्षर करने से इंकार कर दिया है। हालाँकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पायी है.
Posted by :- Ankush Pal