देश/विदेश (जनमत) :- भारत के पहले लोकपाल के रूप में जस्टिस पिनाकी चंद्र घोष को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शपथ दिलाई है। इस दौरान यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू और भारत के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई भी मौजूद रहे, इसी के साथ ही भारत को आखिरकार “लोकपाल” मिल ही गया. आपको बता दे कि जस्टिस पीसी घोष को मानवाधिकार कानूनों पर उनकी बेहतरीन समझ और विशेषज्ञता के लिए जाना जाता है।
जस्टिस घोष आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस भी रहे हैं। वह अपने दिए गए फैसलों में मानवाधिकारों की रक्षा की बात बार-बार करते थे। वह राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य भी हैं। इसी के साथ ही वो उच्चतम न्यायालय के जज रह चुके हैं।