देश विदेश(जनमत) पूरी दुनिया में इंटरनेट पर अपनी धाक ज़माने वाला इंटरनेट का सबसे बड़ा सर्च करने वाले सोशल साइड फेसबुक पर एक बार फिर से उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता के साथ एग्रीमेंट का आरोप लगा है। कंपनी ने कहा है कि इस मामले में अमेरिका का फेडरल ट्रेड कमीशन उस पर 5 अरब डॉलर तक का जुर्माना लगा सकता है। अब तक अमेरिकी सरकार पर सिलिकॉन वैली की बड़ी टेक कंपनियों से नरमी बरतने का आरोप लगता रहा है।
ऐसे में इस रिकॉर्ड जुर्माने के जरिए अमेरिका यह संदेश देने की कोशिश भी करेगा कि नियमों के उल्लंघन पर बड़ी कंपनियां भी महफूज नहीं रहेंगी। इसको ध्यान में रखते हुए फेसबुक ने डेटा प्राइवेसी से जुड़े मामले में कानूनी खर्चों के लिए 21,075 कराेड़ रुपए का बजट अलग रख दिया है। हालांकि, इस जानकारी का Investors पर असर नहीं हुआ है। Ftc इसके पहले 2012 में इसी तरह के एक मामले में गूगल पर 155 करोड़ रुपए का जुर्माना लगा चुका है।
हालांकि कंपनी ने कहा है कि अभी यह साफ़तोर पर नहीं है कि फैसला क्या है और कब तक होगा। वही अभी सुनवाई चल रही है। कंपनी इस मामले में एफटीसी अधिकारियों से बात करके मामला का समाधान का प्रयास कर रही है। 2011 में Ftc के साथ फेसबुक ने एक एग्रीमेंट किया था। इसके तहत फेसबुक को डेटा शेयर करने के लिए उपयोगकर्ताओं की रजामंदी लेना जरूरी किया गया था। लेकिन फेसबुक पर यह आरोप है कि उसने इस एग्रीमेंट को तोड़ा है। फेसबुक के सीएफओ के मुताबिक अब तक इस परेशानी का समाधान नहीं हुआ है। इसलिए हमें कितना रुपया देना होगा, यह अभी तक साफ नहीं है।