देश/विदेश (जनमत) :- देश के गृहमंत्री अमित शाह ने अनुच्छेद 370 के खंड दो और खंड तीन के हटने के बाद संसद में कहा था कि जम्मू-कश्मीर में पीओके और अक्साई चीन भी शामिल हैं और इसके लिए हम अपनी जान भी दे सकतें हैं. वहीँ इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह ने बताया कि भारतीय नक्शे को एक बार फिर से बनाया जाना चाहिए। जिसमें पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) ही नहीं बल्कि गिलगित-बालटिस्तान भी शामिल हों। मैं कहता हूं, जब हम भारतीय मानचित्र को दोबारा बनाएं, तो हमें उसमें ना केवल पीओके बल्कि गिलगित-बालटिस्तान को भी शामिल करना चाहिए।हमारी सीमाएं इस जगह से बहुत बहुत आगे हैं।
वहीँ इस दौरान उन्होंने कहा कि “जब हम अपनी सीमाओं की बात करते हैं, तो वे हमारी सीमाएं नहीं हैं। जितेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर की सीमा पर स्थित गांवों में केंद्र की योजनाओं और परियोजनाओं पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि हम विपरीत विचारधारा वाले लोगों के साथ आएंगे और वाद-विवाद करेंगे। सिंह ने कहा कि ये शोध का विषय है कि कश्मीर के लोग उनकी सुरक्षा कर रहे जवानों को ही भला-बुरा कह रहे हैं? हम आज इसपर सवाल करने की स्थिति में हैं। हम क्यों अपने संसाधन ऐसे लोगों पर बर्बाद क्यों कर रहे हैं जो देश के दुश्मन हैं। इसलिए हमें इसपर गंभीरता से विचार करने की ज़रुरत है.