मसूद अजहर मामले में भारत की फटकार, दोहरी नीति छोड़े पाकिस्तान :

देश – विदेश

देश विदेश ( जनमत ) 7 दिसंबर 2024 : –14 फरवरी 2019  का वो काला दिन तो आपको याद ही होगा जब भारत ने अपने 44 जवानों को एक झटके में खो दिया था. क्योंकि उन जवानों पर जैश-ए-मोहम्मद ने हमला किया था. जिनके छिपे होने की खबर भारत को पाकिस्तान में लगी थी. लेकिन हर बार की तरह इस बार भी पाकिस्तान जैश-ए-मोहम्मद की पनाह को लेकर सिरे से खारिज कर दिया. लेकिन एक बार फिर से भारत को जैश-ए-मोहम्मद के छिपे होने की खबर पाकिस्तान में लगी है. भारत ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया है कि वह जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर के मामले में अपनी दोहरी नीति अपना रहा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बीते दिन 6 दिसंबर को कहा कि अगर मसूद अजहर पाकिस्तान में है तो यह उसकी असलियत को उजागर करता है. भारत ने पाकिस्तान से मसूद अजहर के खिलाफ कड़ा कदम उठाने की मांग की है ताकि उसे न्याय के कटघरे में लाया जा सके.

आपको बता दें कि -रिपोर्ट्स के अनुसार मसूद अजहर ने पाकिस्तान के बहावलपुर में एक सार्वजनिक भाषण दिया जिससे यह सवाल उठने लगा कि पाकिस्तान ने उसकी मौजूदगी से इंकार क्यों किया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा “अगर यह रिपोर्ट्स सही हैं तो यह पाकिस्तान की दोहरी नीति को उजागर करता है. मसूद अजहर भारत में सीमा पार आतंकवादी हमलों में शामिल है और हम चाहते हैं कि उसके खिलाफ कड़ा कदम उठाया जाए.”

पाकिस्तान के प्रति भारत का रुख

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हाल ही में कहा था कि पाकिस्तान आतंकवाद को अपने राज्य craft का हिस्सा बना चुका है और उसे यह बात छुपाने की भी जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा “हमें अपने पश्चिमी पड़ोसी के साथ जटिल स्थिति का सामना करना पड़ रहा है जो आतंकवाद को अपने उद्देश्य के लिए इस्तेमाल करता है. यह एक लंबा मुद्दा है जिसे भारत अब नजरअंदाज नहीं करेगा.” उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान में आतंकवाद एक “उद्योग स्तर” पर फैल चुका है.

आतंकवाद के खिलाफ भारत ने अपनाया कड़ा कदम

जयशंकर ने कहा “भारत अब इस समस्या से बचने का कोई रास्ता नहीं देखता है. अगर हमें कोई समस्या है तो हमें इसका सामना करना होगा. भारत का मनोबल इस बात पर है कि आतंकवाद को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा और पाकिस्तान को इस मुद्दे पर जवाबदेही का सामना करना होगा.”

 

Published by- Priyanka Yadav