देश/विदेश (जनमत) :- एक तरफ जहाँ केंद्रीय सरकार रेलवे में बदलाव को लेकर प्रयासरत हैं वहीँ इसी कड़ी में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारतीय रेलवे को 2030 तक दुनिया की सबसे अच्छी रेल सेवा बनाएंगे। इसके लिए 50 लाख करोड़ रुपए के निवेश की जरूरत होगी, लेकिन सरकार अकेले इसे पूरा नहीं कर सकती है। गोयल शनिवार को भाजपा की गोवा इकाई के सदस्यता अभियान के कार्यक्रम में पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि रेलवे गोवा तक पहुंच चुका है। अब विस्तार करते हुए इसे पर्यटन के लिए अनुकूल बनाया जाएगा। कुछ क्षेत्रों में निजीकरण की जरूरत होगी।
वहीँ निजीकरण को लेकर गोयल ने कहा, ‘मैं रेलवे के निजीकरण की बात नहीं कर रहा हूं, लेकिन निवेश के लिए रेलवे के कुछ सेक्टर को निजी क्षेत्र के लिए खोला जा सकता है। रेलवे ट्रांसपोर्ट का एक प्रमुख साधन है और बजट में इसका भी ध्यान रखा गया है। भविष्य के 11-12 सालों को देखते हुए बजट में रेलवे के लिए 50 लाख करोड़ रुपए प्रस्तावित हुए हैं।’ रेलमंत्री ने कहा कि रेलवे पर भार बढ़ने से यात्रियों और मालगाड़ियों को असुविधा और असुरक्षा का सामना करना पड़ रहा है। निजी क्षेत्र लाइसेंस फीस के बदले में इन क्षेत्रों में अपने रेलमार्ग का संचालन कर सकता है। यात्रियों की सुरक्षा और रेलवे विस्तार को ध्यान में रखते हुए पिछले पांच सालों की तुलना में इस साल दोगुना निवेश करने की योजना बनाई गई है। वहीँ इन सब प्रयासों से रेलवे को और भी विकसित करने में सहायता मिलेगी और साथ ही रेलवे का ज़ल्द कायाकल्प हो सकेगा, जो की देश के विकास के लिए बेहद ज़रूरी भी है.