कानपुर/जनमत/07 जनवरी 2025। किसी का सुहाग उजड़ गया तो किसी की ममता उजड़ गई किसी का शान चला गया तो बहनों का अरमान अधुरा रह गया. किसी का भाई चला गया तो किसी का दोस्त बिछड़ गया। गुजरात के पोरबंदर में 5 जनवरी 2025 को हुए हेलीकॉप्टर क्रैश में उत्तर प्रदेश के कानपुर निवासी पायलट सुधीर यादव बलिदान हो गए। जिससे आज सभी की आंखे नम है। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। सुबह सुधीर यादव को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान सुधीर के पिता नायब सिंह यादव और सुधीर की पत्नी आवृति ने मीडिया से बात की और अपने दिल का दर्द बयां किया। दोनों ने सुधीर के बारे में कई जानकारियां दी।
सुधीर यादव की पत्नी आवृति ने पति को याद करते हुए बताया कि वह उनसे नए साल पर मिली थी। शनिवार शाम को ही वह सुधीर से मिलकर घर लौटी थी कि रविवार को सुधीर की शहादत की खबर आ गई। आवृति ने बताया कि वह पटना में जज है और सुधीर 2015 में बतौर पायलट भारतीय नौसेना का हिस्सा बने थे। 8 साल से सुधीर कोस्टगार्ड थे। 10 महीने पहले 7 मार्च 2024 को दोनों की शादी हुई थी और सालगिरह मनाने की तैयारी चल रही थी, लेकिन सोचा नहीं था कि ऐसे साथ छूट जाएगा।
आवृति ने बताया कि सुधीर के पिता नवाब सिंह यादव भी भारतीय सेना से रिटायर अफसर हैं और इस समय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर हैं। सुधीर के भाई धर्मेंद्र एयरफोर्स में हैं। सुधीर का परिवार मूलरूप से कानपुर देहात के शिवली के हरकिशनपुर गांव का रहने वाला है। आपको बता दें कि सुधीर की शहादत, ICG HAL SK 3 हेलीकाप्टर CG 859 रविवार को दोपहर 12:15 पोरबंदर एयरपोर्ट पर उतरते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। इसमें दो पायलट थे और एक नाविक था। सुधीर के साथ शहीद होने वालों में उनके कमांडेंट सौरभ और नाविक मनोज शामिल हैं।
Reported by Alok Sharma
Published by Priyanka Yadav