देश- विदेश (जनमत) :- अभी हाल ही में जिस तरह से #Metoo अभियान जोर शोर से शुरू हुआ. और इसका शिकार बने विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर ने आखिरकार अपने पद से इस्तीफा दे ही दिया है। इन आरोपों के चलते विपक्ष लगातार उनपर दवाब बना रहा था। भाजपा सरकार के साढ़े चार साल के कार्यकाल में पहली बार किसी मंत्री ने इस्तीफा दिया है। वहीँ यौन उत्पीड़न के आरोपों में घिरे विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर मामले की गुरुवार को पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई भी होगी।
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आपको बता दे की विदेश मंत्री के खिलाफ गवाही देने वाली महिला पत्रकारों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। अब इसी में एक और महिला का नाम भी जुड़ गया है, जिसने मंत्री पर आरोप लगाया है. वहीँ गवाही देने वाली पत्रकारों की संख्या फिर बढ़ गयी है. इससे तो इतना साफ़ है की इन सभी आरोपो से बचना विदेश मंत्री के लिए इतना आसन भी नहीं होना वाला है. हालाँकि यह तो आने वाला समय ही बताएगा की इस मामले में विदेश मंत्री पर आरोप कहाँ तक साबित हो पातें हैं.