देश विदेश (जनमत):- रेलवे की परिवर्तन संगोष्ठी करने एवं उस संगोष्ठी में भारतीय रेलवे के टुकड़े करके कारखानों, पिंरटिंग प्रेस को बंद कर, प्रोडेक्शन यूनिट का निगमीकरण करने का एनएफआईआर (नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन) रेलवे ने विरोध किया है।गुरुवार को रेल मंत्रालय के रेल भवन में आयोजित जेसीएस की बैठक आयोजित की गई। यह बैठक भारतीय रेल की एनएफआईआर के साथ आयोजित की गई थी, मगर उसका सरकार एवं रेल मंत्रालय की मजदूर विरोधी नीतियों के चलते एनएफआईआर द्वारा बहिष्कार किया गया है।
दक्षिण-पूर्व रेलवे जों मेस कांग्रेस के महासचिव सह एनएफआईआर के सहायक महामंत्री एस.आर मिश्रा ने फ़ोन पर यह जानकारी दी|उन्होंने बताया की रेल मंत्रालय ने 7 एव 8 दिसम्बर की परिवतन संगोष्ठी में एकतरफ़ा निर्णय लिया है| इससे रेलवे का वर्तमान स्वरुप तहस-नहस हो जायेगा,जिसका प्रभाव रेल कर्मचारियों- अधिकारियों और उपभोगकर्ताओ पर पड़ेगा| रेल मंत्रालय का यह कदम आपसी सहमति सिद्धांतो में किसी मान्यता प्राप्त रेलवे यूनियन को आमंत्रित नहीं किया गया|