देश/विदेश (जनमत) : देशभर में कोरोना से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा तेजी से फैलता जा रहा है. जिसकी रोकथाम के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को पूरे देश में सम्पूर्ण लॉकडाउन का एलान कर दिया. ऐसे में स्वास्थ्य महकमे से जुड़े लोग भी लगातार सरकार से सुरक्षा किट उपलब्ध कराने की मांग कर रहे हैं. कोरोना वायरस के संभावित खतरे से जूझते 108 व 102 एंबुलेंस कर्मियों ने भी सरकार से पीपीई किट, मास्क, सेनीटाइजर, ग्लब्स आदि की व्यवस्था कराने के मांग कर रहे हैं.
108 व 102 एंबुलेंस का संचालन करने वाली कंपनी जीवीके (ईएमआरआई) कंपनी ने अपने कर्मियों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए अभी तक कोई किट नहीं दिया है. जीवन दायनी 108 व 102 एंबुलेंस कर्मियों ने बताया कि हम हमेशा ड्यूटी के लिए तैयार रहते हैं. कब कहां जाना पड़ जाए कोई भरोसा नहीं है. ऐसे में हम हर तरह के मरीजों के संपर्क में भी आते हैं, जिससे हमारे अंदर भी भी संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है. उन्होंने बताया कि हमें पिछले दो महीनों से वेतन नहीं मिला है. अगर समय से वेतन मिल जाए तो हम अपने पैसे से ही किट खरीद लें.
जीवन दायनी 108 व 102 यूनियन के जिला अध्यक्ष राजवंत सिंह ने बताया कि हमने शासन प्रशासन को इससे अवगत करा दिया गया है लेकिन अभी तक हम लोगों को कोई सेफ्टी किट नहीं मिल पाई है. इसके अलावा दो माह से वेतन भी नहीं मिला है कि हम लोग अपने पैसे से ही सेफ्टी किट खरीद सकें. सरकार ने 21 दिन का लॉकडाउन कर दिया है ऐसे में हम लोग घर से बाहर भी नहीं निकल सकते तो इस स्थिति में हम लोग कहाँ से खाएंगे और हमारी सेफ्टी कैसे होगी. बार-बार अवगत कराने के बाद भी ना ही सरकार ने और ना ही कंपनी ने हम लोगों को किसी भी प्रकार की सेफ्टी किट, मास्क, सेनीटाइजर, हैंडवाश आदि उपलब्ध करवाया. हमने महानिदेशक व सीएमओ को लिखित में इसकी सूचना दी है लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ.
वहीं पूरे मामले पर अमेठी में कंपनी के प्रोग्राम मैनेजर अनुज सिंह का कहना है कि इधर कई दिनों तक बैंक बंद होने के कारण कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल सका है, 30 तारीख तक इनको वेतन मिल जाएगा. सेफ्टी किट को लेकर उन्होंने कहा कि कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों को लाने-ले जाने के लिए कुछ ही गाड़ियों को अलॉट किया गया गया है. जो भी गाड़ियां चिन्हित की गई हैं उनको सारे सेफ्टी किट उपलब्ध करा दिये गये हैं.