देश/विदेश(जनमत) :- प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों पर एलपीजी के दाम बढ़ने से इसका बड़ा प्रभाव पड़ा है, आपको बता दे कि इस माह एलपीजी की कीमतों में करीब 144 रुपयें की बढ़ोतरी की गयी थी, वहीँ इसकी कीमत बढ़ने से उज्ज्वला योजना के 25 फीसदी लाभार्थियों ने दोबारा सिलेंडर नहीं भरवाया। जिसकी वजह से उज्जवल योजना महंगाई के चलते अन्धकारमय हो गयी है और दूसरी तरफ इसके लाभार्थी लकड़ी, कोयला जैसे अशुद्ध ईंधन के इस्तेमाल करने पर मजबूर हो गए हैं।
आपको बता दे कि एसबीआई रिसर्च की हालिया रिपोर्ट इकोप्रैप में यह खुलासा हुआ है। दिल्ली में बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत अगस्त 2019 के 575 रुपये प्रति सिलेंडर से बढ़कर फरवरी 2020 में 859 रुपये हो गई है। सिर्फ 6 महीनों में ही सिलेंडर 284 रुपये महंगे हो गए हैं। एसबीआई रिसर्च के दौरान दिसंबर 2018 तक बांटे गए 5.92 करोड़ कनेक्शनों और तीन जून, 2019 तक दोबारा भराए गए सिलेंडरों के राज्य-वार डेटा का विश्लेषण किया गया। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना ने देशभर में एलपीजी सिलेंडर की उपलब्धता की समस्या को तो हल कर दिया है, लेकिन इसका बोझ झेलने की क्षमता अभी भी समस्या बनी हुई है। 24.6 फीसदी लाभार्थियों ने दोबारा सिलेंडर नहीं भरवाया। 24.6 फीसदी लाभार्थियों ने दोबारा सिलेंडर नहीं भरवाया। इस समस्या को सुलझाने के लिए रिसर्च में कई उपाय भी सुझाए गए हैं।24.6 फीसदी लाभार्थियों ने दोबारा सिलेंडर नहीं भरवाया।