व्यक्ति विशेष (जनमत)- जिन्दगी और मौत का ठिकाना कब हैं… सांस बाकी हैं और आबाद सब है…. भारतीय पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान ने जहाँ एक तरफ अपनी कार्यशीलता का परिचय देते हुए दुश्मन के विमान को निश्तो नाबूत कर दिया वहीँ वतन वापसी के बाद वो इन दिनों मेडिकल चैकअप की प्रोसेस से गुजर रहे हैं। इसके बाद उनसे पूछताछ का लंबा दौर भी चलेगा। आपको बता दे की अभिनंदन ने एलओसी के पास पाकिस्तानी फाइटर जेट एफ-16 मार गिराया था। लेकिन उनका मिग-21 भी क्रैश होकर एलओसी पार करते हुए पीओके में चला गया था। जहां उन्हें पाकिस्तान आर्मी ने हिरासत में ले लिया गया था , जिसके बाद भारी दबाव और भारत की मांग पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के ऐलान के बाद आखिरकार देश का “लाल” सुरक्षित देश की सीमा में वापस आ सका है.
वहीँ इसके बाद यह भी सवाल उठने लगा की आखिर क्या वजह थी कि पाकिस्तान के एफ-16 से लड़ने के लिए मिग-21 उतार दिए गए। इस पर धनोवा ने बताया कि अभिनंदन को जो उस समय उपलब्ध फाइटर जेट मिला, वो उसे ही उड़ाकर एफ-16 को भारतीय सीमा से खदेड़ने चले गए। अब एफ-16 को मिग-21 से गिराने के लिए दुनियाभर में विंग कमांडर अभिनंदन की तारीफ हो रही है। इसी के साथ ही आपको बता दे की अभिनन्दन ने जो कारनामा करके दिखाया वो वास्तव में काबिले तारीफ है चुकी एफ-16 अमेरिकन मेड अत्याधुनिक फाइटर जेट है, जबकि मिग-21 रूस में बने 60 साल पुराने विमान हैं।
वहीँ दूसरी तरफ भारत सरकार की भी तारीफ होने चाहिए की दुश्मन के चुंगल से मात्र कुछ घंटो के भीतर ही अपने सैनिक की श्कुशल वापसी करना इतना भी आसां नहीं होता है. अभिनंदन के फाइटर प्लेन को नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तान ने मार गिराया था और उन्हें गिरफ़्तार कर लिया था.35 साल के अभिनंदन को शुक्रवार की रात सबसे पहले एयर फ़ोर्स सेंट्रल मेडिकल ले जाया गया था. यहां उनकी शारीरिक और मानसिक स्थिति की जांच हुई थी. इसके बाद उन्हें रिसर्च एंड रेफ़रल हॉस्पिटल में भर्ती किया गया. विंग कमांडर अभिनंदन अब इंडिया में हैं.
वहीँ अभिनन्दन मिग-21 से निकलने से पहले उनका आख़िरी मैसेज था “R-73 Selected.”वहीँ विंग कमांडर अभिनंदन ने बताया कि उन्होंने ‘पाकिस्तान के F-16 जेट को गिराने के लिए R-73 मिसाइल का इस्तेमाल किया था.’ R-73 मिसाइल, अच्छी मिसाइल में शुमार है. वहीँ वतन वापसी के बाद विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान ने शनिवार को रक्षा मंत्री निर्माल सीतारमण से मुलाकात की। रक्षा मंत्री से मुलाकात कर उन्होंने साड़ी जानकारी विस्तृत रूप से सारी बातें बताई।
वहीँ जानकारी मिल रही है की इस दौरान अभिनंदन ने कहा कि उन्हें पाकिस्तानियों के द्वारा हालांकि किसी तरह का शारीरिक नुकसान नहीं पहुंचाया गया है लेकिन उन्हें काफी मानसिक प्रताड़ना से गुजरना पड़ा जो की असहनशील थी. विंग कमांडर भले ही अपने वतन वापस आ गएँ हैं लेकिन अभी अभी बहुत सारी औपचारिकताएं हैं जो उन्हें पूरी करनी पड़ेगी। इनमें से प्रमुख है उन्हें अपनी फिटनेस के लिए मेडिकल चेकअप से गुजरना पड़ेगा और अब वापस अपने फाइटर प्लेन को उड़ाने के लिए उन्हें अब लम्बा इंतज़ार करना पड़ेगा.
दुश्मन के चुंगल से निकलकर वापस लौटना इतना आसां भी नहीं होता है. जहाँ अभिनन्दन की वापसी एक तरह से भारत की कूटनीतिक जीत हैं वहीँ दूसरी ओर भारत ने यह भी दिखा दिया की अब यह देश अपने “लाल” को सुरक्षित ला सकता है. जिसके लिए पाकिस्तान को कुछ ही घंटो में मजबूत होकर हमारे विंग कमांडर को हमें सौपना ही पड़ा. वहीँ अभिनन्दन वर्तमान को भी देश सलाम करता है जिन्होंने दुश्मन की सरजमी में होतें हुएं भी भारत माता का नारा बुलंद किया.
अंकुश पाल
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