राजनीति (जनमत) :- राजनीति में बंद कमरों में कई ऐसी मुलाकातें होती है जो आम लोगो से सरोकार तो नहीं रखती लेकिन इसके मायने भविष्य के गर्भ में दफन ज़रूर होतें हैं. इसी कड़ी में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने पीएम मोदी को लेकर दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें साथ मिलकर काम करने का प्रस्ताव दिया था लेकिन पवार ने इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया. वहीँ इस मामले में पवार ने एक टीवी चैनल को दिए अपने बयान में कहा कि प्रधानमंत्री ने मुझे अपने साथ काम करने का प्रस्ताव दिया था जिसे मैंने साफ़ मना कर दिया चुकी हमारी विचारधारा राजनितिक रूप से बिलकुल अलग है.
मैंने उनसे कहा कि हमारे आपस में संबंध बहुत अच्छे हैं और हमेशा रहेंगे लेकिन मेरे लिए साथ मिलकर काम करना बिल्कुल संभव नहीं है। पवार ने राष्ट्रपति बनाने के प्रस्ताव पर कहा कि यह खबर बेबुनियाद है। उन्होंने कहा, ‘लेकिन, मोदी नेतृत्व वाली कैबिनेट में सुप्रिया सुले को मंत्री बनाने का एक प्रस्ताव जरूर मिला था।’ पवार ने कहा, पीएम मोदी ने मुझे साथ मिलकर काम करने का प्रस्ताव दिया था।महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर चल रहे घटनाक्रम के बीच पवार ने पिछले महीने पीएम मोदी से मुलाकात की थी और मोदी कई मौकेों पर पवार की प्रशंसा कर चुके हैं. हालाँकि राजनीती में धुरविरोधी भी साथ आ जातें हैं और कोई भी कभी किसी का गैर नहीं होता है. हालाँकि परिस्थितियों के मुताबिक दोस्त और विरोधी ज़रूर बदल जातें हैं.
Posted By :- Ankush Pal