राजनीति (जनमत) :- महाराष्ट्र की राजनीती में तेजी से बदलाव् हुआ था उतनी ही तेजी से राजनीती ने एक बार फिर करवट ली है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद महाराष्ट्र में पूरी राजनीतिक तस्वीर बदलती दिख रही है। कोर्ट ने कहा है कि कल शाम 5 बजे तक बहुमत परीक्षण हो जाना चाहिए। जिसके बाद घटनाक्रम में तेजी से बदलाव हुआ और आखिरकार मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपने पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने होर्स ट्रेडिंग के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि भाजपा इसमें विश्वास नहीं रखती। फडणवीस ने कहा कि हम पर घोड़ा बाजार में खरीददारी की आरोप लगता है, लेकिन उन्होंने तो पूरा अस्तबल ही खरीद लिया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद फडणवीस ने मंगलवार दोपहर को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह ऐलान किया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल से मिलकर वह उन्हें अपना इस्तीफा सौपेंगे। जिसके साथ ही कुछ ही घंटो में महारष्ट्र की सियासत में सत्ता बनी और बिगड़ी और लोग बस इसका आकलन करते रहें.
इस दौरान फडणवीस ने कहा कि तीनों पहियों तीन दिशाओं में चलेंगे और महाराष्ट्र जैसा अगड़ा राज्य की क्या परिस्थिति होगी इसके बारे में मैं कह नहीं सकता। हम विपक्ष में बैठकर जनता के लिए काम करेंगे। गरीबों की आवाज को सरकार तक पहुंचाएंगे। मुझे लगता है कि तीन पार्टियों वाली सरकार का भविष्य लंबा नहीं है। तीन पार्टियों की सरकार अपने बोझ तले ही दब जाएगी और कुछ समय बाद ही इनका भी अंत हो जाएगा चुकी अगर शिवसेना हमारे साथ सरकार नहीं बना सकी तो आखिर कार तीन विचारधारा वाले लोग एक साथ मिलकर कैसे सरकार चला सकती है.
Posted By ;- Ankush Pal