राजनीति (जनमत) :- राजनीति में कब क्या हो जाए यह तो बड़े से बड़े राजनेता नहीं बता सकता लेकिन इतना तो तय है कि दिन के उजाले में कम और रात के अँधेरे में कई ज्यादा फैसले होते हैं, हाल ही में महाराष्ट्र की राजनीती में जो हुआ उसका शायद ही किसी ने अनुमान लगाया हो. एनसीपी के नेता अजीत पवार जैसे ही भाजपा की सरकार में शामिल हुए वैसे ही उनके सारे पाप तो धुल गएँ थे बचे कुचे पाप सत्ता की चौखट पार करते ही साफ़ हो गयें.
वहीँ फडनवीस सरकार में शामिल अजीत पवार के उपमुख्यमंत्री बनते ही कुछ घंटो के भीतर महाराष्ट्र एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने सिंचाई घोटाले में उन्हें क्लीन चिट दे दी है। वहीँ जानकारी के मुताबिक अजित पवार के खिलाफ सिंचाई घोटाले से जुड़ा कोई केस नहीं है। किसी भी केस में महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार का नाम नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि उनके खिलाफ मामलों को सशर्त बंद किया गया है और अगर आगे कोई जानकारी मिलती है, तो इसे फिर से खोला जा सकता है लेकिन इसके बाद यह सवाल उठाना लाजमी हैं कि सत्ता के गलियारों में कुछ तो ख़ास है जो इसके मिलते ही नेताओं के बड़े से बड़े पाप स्वत साफ़ हो जातें हैं.
Posted By :- Ankush Pal