दिल्ली में बिजली उपभोक्ताओं को मिली बड़ी राहत मिली है।

दिल्ली / एनसीआर

नई दिल्ली (Janmat News): दिल्ली में बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है। दिल्ली विद्युत विनियामक आयोग (डीईआरसी) ने स्थायी शुल्क कम करने की घोषणा की है। उपभोक्ताओं को दो किलोवाट तक (प्रति माह) 125 रुपये प्रति किलोवाट की जगह अब 20 रुपये प्रति किलोवाट देने होंगे।

इसके अलावा तीन से पांच किलोवाट तक 140 रुपये प्रति किलोवाट की जगह उपभोक्ताओं से 50 रुपये प्रति किलोवाट चार्ज लिया जाएगा। जबकि  छह से 15 किलोवाट तक 175 रुपये प्रति किलोवाट की जगह 100 रूपये प्रति किलोवाट स्थायी शुल्क लिया जाएगा।

इससे पहले दस जुलाई को बिजली की दरें निर्धारित करने के लिए दिल्ली विद्युत विनियामक आयोग (डीईआरसी) ने लोधी रोड स्थित स्कोप कंवेंशन सेंटर के सभागार में जनसुनवाई की थी। बिजली दरों की समीक्षा के बाद डीईआरसी ने स्थायी शुल्क कम करने की घोषणा की है।

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बता दें कि राजाधानी में दिल्ली विद्युत विनियामक आयोग (डीईआरसी) तय करता है। बिजली कंपनियों के वार्षिक खर्च व उनकी मांगों को अपनी वेबसाइट पर पेश करने के साथ ही डीईआरसी ने लोगों से आपत्ति और सुझाव मांगे थे। बिजली वितरण कंपनियां (डिस्कॉम) घाटे का हवाला देकर बिजली की दरें बढ़ाने की मांग कर रही थी। भाजपा और आम लोगों ने बिजली की दरें बढ़ाने का विरोध किया था।

ये कंपनियां देती हैं बिजली

बांबे सबअर्बन इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई की दोनों कंपनियां बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड और बीएसईएस राजधानी पावर लिमिटेड (बीआरपीएल) पूर्वी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, मध्य दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली के 42 लाख उपभोक्ताओं को बिजली पहुंचाती है। वहीं, टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) उत्तर दिल्ली और उत्तर पश्चिमी दिल्ली के 16.4 लाख उपभोक्ताओं को बिजली पहुंचाती है।

 

Posted By: Priyamvada m