दिल्ली एनसीआर (जनमत) :- स्पर्श गंगा अभियान और नमामि गंगे के संयुक्त तत्वाधान में में आयोजित इंटरनेशनल कनवेंशन आन एनवायरनमेंट एंड अवार्ड 2018 कार्यक्रम में भाग लेते हुए केंद्रीय परिवहन राजमार्ग एवं गंगा पुनरूद्धार मंत्री ने बताया कि गंगा के साथ यमुना को भी साफ करने का बड़ा अभियान केंद्र सरकार द्वारा शुरू कर दिया गया है । उन्होंने कहा कि मार्च 2019 तक गंगा 50 फीसदी तक स्वच्छ हो जाएगी और मार्च 2020 तक गंगा पूरी तरह साफ व स्वच्छ हो जाएगी। इस अवसर पर उन्होंने स्पर्श गंगा अभियान की सराहना की और इस अभियान से जुड़े महत्वपूर्ण लोगों को सम्मान पत्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मान भी किया।
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स्पर्श गंगा अभियान की शुरूआत उत्तराखंड के तत्कालिन मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने 2009 में की थी। तब से इस अभियान ने लाखों लोगों को जोड़ा है। इस अवसर पर केद्रीय संस्कृति मंत्री डाॅ महेश चंद शर्मा एवं पतांजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण भी उपस्थित हुए।
नितिन गडकरी ने कहा कि यो तो गंगा को अविरल व स्वच्छ बनाने के लिए धन की कोई कमी नहीं है। केंद्र सरकार इस पर 26 हजार करोड़ रुपये खर्च कर रही है। लेकिन वित्त मंत्री अरूण जेटली की अगुवाई में हुई बैठक में यह तय किया गया है कि कम से कम एक करोड़ लोगों से सीधे इलेक्ट्रानिक हस्तातंरण के जरिये आर्थिक सहयोग लिया जाएगा, ताकि कम से कम इतने लोगों को यह अहसास हो कि उन्होंने भी गंगा को स्वच्छ अभियान बनाने में अपना योगदान दिया है।
श्री गडकरी ने कहा कि गंगा को निर्मल बनाने में भले ही एक वर्ष का और समय लग जाएगा, लेकिन गंगा को अविरल बनाने का उनका प्रयास अगले मार्च तक ही पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि गंगा नदी पर बने नहरों में आपसी समन्वय के जरिये यह सुनिश्चित किया जाएगा कि अविरल गंगा के लिए कब कितना पानी छोड़ जाए। इस संबंध में उत्तराखंड की सरकार से भी सहयोग लिया जा रहा है। गडकरी ने गंगा के साथ यमुना को भी स्वच्छ बनाने के लिए आवश्यक कई योजनाओं का खुलासा किया। उन्होंने कि दिल्ली में यमुना की कुल लंबाई 22 किलोमीटर है लेकिन यह 22 किलोमीटर बहते बहते यमुना 80 फीसदी प्रदूषित हो जाती है। उन्होंने कहा कि न सिर्फ दिल्ली और हरियाणा में बल्कि यमुना की सफाई के लिए मथुरा, वृंदावन और आगरा में भी प्लांट लगाए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि हिमाचल में भी इस नदी की सफाई का विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
नितिन गडकरी ने यह भी कहा कि देश में जलमार्ग के जरिये माल ढुलाई का व्यावसायिक प्रयोग सफल रहा है। अगले वर्ष मार्च तक 80 लाख रुपये की माल ढुलाई होगी लेकिन अगले मार्च तक जलमार्ग के जरिये माल ढुलाई से आय 280 करोड़ रुपये की हो जाएगी। गडकरी ने यह भी बताया कि बनारस से हल्दिया के साथ साथ इलाहाबाद से बनारस को भी जलमार्ग से जोड़ा जाएगा और इसकी प्रायोगिक यात्रा मुरारी बापू ने हाल ही मे ंकी भी है।
स्पर्श गंगा अभियान से जुड़ने वाले लगभग 300 कार्यकत्र्ता आज के इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस स्पर्श गंगा अभियान की राष्ट्रीय संयोजक आरूषी निशंक ने ना सिर्फ गंगा थीम पर एक मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया, बल्कि कार्यक्रम में पधारे सभी महानुभावों का धन्यवाद ज्ञापन भी किया। इस कार्यक्रम में देश के अलावा विदेशों से भी लोग पधारे हुए थे। आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि हमें गंगा में सुधार के बजाय अपने में सुधार करने की आवश्यकता है गंगा अपने आप निर्मल हो जाएगी। इस अवसर स्पर्श गंगा अभियान के प्रणेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल भी उपस्थित थे । उन्होंने मंत्री श्री नितिन गडकरी के साथ अभियान से जुड़े लोगों को पुरस्कृत किया।