राजस्थान (जनमत):- राजस्थान विधानसभा चुनाव में जैसे जैसे वोटिंग की तारीख नजदीक आ रही हैं वैसे वैसे राजनीति दल एक दूसरे पर जमकर हमलावर हो रहे हैं, केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कांग्रेस सरकार द्वारा जनता को दी गई सात गारंटियों को लेकर जोरदार हमला बोला, उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार ने पिछले साढ़े चार साल तक कोई काम नहीं किया और अंत के छह माह में जनता को गारंटियों के नाम पर छलावा दे रहे हैं, लेकिन जनता अब इन गारंटियों की हकीकत जान चुकी है। अब वह इनके छलावे में नहीं आने वाली।
रविवार को यहां पत्रकार वार्ता में शेखावत ने कहा कि यह सरकार पिछले साढ़े चार साल में जनता की अपेक्षा के अनुरूप काम नहीं कर पाई। पहले महंगाई राहत शिविर के नाम पर और अब सात गारंटियों के नाम पर जनता को धोखा दे रही है। जनता अब इन झूठी गारंटियों के भुलावे में नहीं आने वाली।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अब इसके नेता राहुल गांधी के माध्यम से अंग्रेजी शिक्षा की गारंटी देकर नया शिगूफा शुरू किया है। राज्य में पहले से ही आनन-फानन में अंग्रेजी स्कूल शुरू कर दिए गए। इनमें 58 प्रतिशत पद आज भी रिक्त हैं। इन स्कूलों में एक भी शिक्षक अंग्रेजी माध्यम में पढ़ा लिखा नहीं है। इससे उसे भी परेशानी हो रही है। कई शिक्षकों ने इन स्कूलों से खुद को हटाने का आवेदन कर दिया है। वैसे भी अब नई शिक्षा नीति में प्राइमरी शिक्षा मातृ भाषा मेें करवाना जरूरी है। अंग्रेजी माध्यम स्कूले खोलने के चक्कर में हिंदी स्कूलों की उपेक्षा की गई और नतीजा यह निकला कि प्रदेश में करीब छह लाख नामांकन कम हो गया।
केन्द्र ने पहले ही चला रखी है गोबर धन योजना
शेखावत ने कहा कि कांग्रेस ने गोबर को खरीदने की गारंटी दी है। पहले से केन्द्र सरकार के जलशक्ति मंत्रालय के माध्यम से गोबर धन योजना के नाम से चल रही है। यह योजना संपूर्ण स्वच्छता योजना का हिस्सा है। इसके तहत गांव में गोबर को एकत्र करके उससे ऊर्जा के रूप में बदलना था। उस ऊर्जा को खरीद के लिए सीएसआर के तहत ऑयल कंपनियों से समझौता भी हो गया था, लेकिन कांग्रेस सरकार ने इस योजना पर काम ही नहीं किया। आज पूरे देश में इस योजना के क्रियान्वयन के मामले में राजस्थान 21वें नंबर पर है।
चार साल से नहीं दिए लैपटॉप
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि लैपटॉप देने की गारंटी भी छलावा है। स्कूलों के प्रतिभावन विद्यार्थियों को लैपटॉप देने की योजना पहले से ही चल रही है। इस सरकार ने उन्हें ही लैपटॉप नहीं दिए। आज तक करीब 93 हजार विद्यार्थी पिछले चार साल से लैपटॉप का इंतजार कर रहे हैं।
Published By- Ambuj Mishra
Reported & Written By- Kundan Singh