लखनऊ (जनमत ):- कोरोना वायरस न सिर्फ इन्सानी ज़िंदगी को निगल रह है बल्कि आम इंसान को 2 जून की रोटी से भी महरूम कर दिया है। मौजूदा हालात अब यह बन चुके है कि कोरोना के साथ – साथ आम इन्सान के आर्थिक हालात भी बद से बद्द्तर हो चुके है। कोरोना से उपजे ऐसे दौर में हुकुमत पर समाजसेविका ने गंभीर आरोप लगाए है।
समाजसेविका शायर मुनव्वर राणा की बेटी है और इनका नाम सुमैया राणा है। समाजसेविका ने हुकूमत पर गंभीर आरोप लगाने के साथ ही उसकी चौखट पर अपनी साथियों के साथ थाली पीटने वाली थी। इस बात की भनक लगती ही हुकूमत के कारिंदो ने उसकी चौखट के आस – पास यानि की 5 कालिदास मार्ग और चौराहे पर पहरा बैठा दिया साथ ही समाजसेविका सुमैया राणा और उजमा परवीन के घर पर एक नोटिस भी भिजवा दिया कि वह इस तरह का प्रदर्शन न करें। समाजसेविका के घर के बाहर भी पहरेदारों को तैनात कर दिया गया है। पहरेदारों की तैनाती प्रदर्शन न कर पाने से नाराज़ सुमैया राणा ने अपनी भड़ास निकालते हुए कहा कि वह न तो कोई अपराधी है और न ही आतंकवादी। वह सिर्फ एक महिला है जो समाजसेविका है। उनके घर के सामने पहरेदारों की फौज कहा तक जायज है।
सुमैया राणा का कहना है कि भाजपा ने कहा था कि आप थाली पीटेंगे तो 21 दिन में कोरोना चला जायेगा। थाली पीटने के बावजूद भी कोरोना नहीं गया। समाजसेविका का कहना है कि गरीब आदमी की थाली से भोजन गायब हो चुका है इसलिए गरीब लोग थाली पीटने जा रहे थी । इन्होने अपनी मांगो का जायज बताया है।
समाजसेविका के घर पर नोटिस भेजकर एक तरह से उन्हें घर में ही नज़रबंद कर दिया गया था। इसके बाजवूद किसी भी तरह की अनहोनी से निबटने के लिए हुकूमत की चौखट के आसपास पहरेदारों की फ़ौज को भी तैनात किया गया था।
Posted by – Dhirendra Srivastava