पौरोहित्य डिप्लोमा पाठ्यक्रम का हुआ “उद्घाटन”……
देश/विदेश (जनमत) :- पौरोहित्य ही भारतीय संस्कृति की रक्षा कर सकता है, क्योकि इसमें लोक कल्याण की भावना निहित है। पौरोहित्य का मूल कर्म लोक कल्याण है। अतः पुरोहित दूसरों का कल्याण करने वाला होता है और जो दूसरों का कल्याण करता है उसका कल्याण स्वयं ही हो जाता है। यह उद्गार श्री लाल बहादुर […]
Continue Reading