स्वास्थ्यकर्मियों केअधिकारों की रक्षा के लिए भी हैं “कानून”…

लखनऊ (जनमत) :- भारत में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र नियमों, विनियमों, कानूनों और नैतिक मानकों द्वारा शासित होने के बावजूद लगभग 5,200,000 चिकित्सा त्रुटियां हर साल होती हैं। व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल के बारे में निर्णय लेते समय उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कानून बनाए गए हैं और स्वास्थ्य पेशेवरों की जिम्मेदारियों को निर्धारित […]

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