अलीगढ़(जनमत):- नगर पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह गुनावत का कहना है कि 30 जनवरी की देर रात थाना लोधा क्षेत्र के गांव करेलिया के जंगलों में बिहार निवासी दो ईट भट्टा मजदूर शिकारी प्रिंस मांझी और धर्मेंद्र मांझी अपने दो अन्य साथियों के साथ शिया का शिकार करने के लिए गए थे। जहां बिल के अंदर छुपकर बैठें जंगली जानवर शिया को निकालने के दौरान मिट्टी की ढांग गिरने के चलते शिया का शिकार कर रहे दोनों मजदूर 20 फुट गहरे गड्ढे के अंदर दब गए। जंगली जानवर शिया का शिकार करते वक्त मिट्टी की ढांग में दबे दोनों भट्टा मजदूर शिकारियों के साथ मौजूद साथियों द्वारा इसकी सूचना फोन कर भट्टा मालिक को दी। भट्टा मालिक की सूचना मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाते हुए 3 घंटे की मशक्कत के बाद दोनों को मिट्टी के नीचे से निकाला और आनन-फानन में उपचार के लिए जिला मलखान सिंह अस्पताल में भर्ती कराया।
जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर डेडबॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस मामले की जांच करते हुए तफ्तीश में जुटी हुई है। आपको बताते चलें की पूरी घटना उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के थाना लोधा क्षेत्र के करिलिया गांव की है। जहां अलीगढ़ जिले में ईट भट्टे पर मजदूरी कर अपना और अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे बिहार निवासी 2 मजदूर अपने 2 अन्य साथियों के साथ 30 जनवरी की देर रात करीब 3:00 जंगली जानवर शिया का जंगल में शिकार करने के लिए गए थे। तभी शिकार होता देख जंगली जानवर शिया मिट्टी के भीतर गहरे बिल के अंदर घुस गया। जिसके बाद शिकारियों ने बिल के अंदर छुपे शिया को निकालने के लिए फावड़े से करीब 20 फुट गहरा मिट्टी का गड्ढा खोद दिया और बिल के अंदर छुपकर बैठे शिया को निकालने के लिए उस मिट्टी के गड्ढे में उतर गए।
तभी मिट्टी की ढांग दोनों शिकारियों के ऊपर गिर गई ओर दोनों शिकारी 20 फीट गहरे गड्ढे में गिरकर दब गए।इसी दौरान फावड़े से खोदी गई गड्ढे की मिट्टी ढह गई और 2 दोनों मजदूर मिट्टी के नीचे उस गड्ढे में दबते चले गए। इस दौरान साथ में मौजूद दो अन्य ईट भट्टा मजदूर साथियों ने 20 फीट गहरे गड्ढे के अंदर दबे दोनों मजदूरों को निकालने का काफी प्रयास किया गया। लेकिन गड्ढे के अंदर दबे मजदूरों को निकाल नहीं पाए। जिसके बाद इसकी सूचना उनके द्वारा फोन कर भट्टा मालिक को दी गई। शिया का शिकार करने गए दो भट्टा मजदूरों के मिट्टी के अंदर दबे होने की सूचना भट्टा मालिक ने थाना लोधा पुलिस को दी गई।जिस सूचना पर थाना लोधा पुलिस फायर बिग्रेड ओर दो जेसीबी मशीन सहित रेस्क्यू टीम ने मौके पर पहुंच गई। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड और रेस्क्यू टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया।
जिसके बाद देर रात कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू टीमों ने 20 फुट गहरे गड्ढे में दबे दोनों मजदूरों को जेसीबी मशीन की मदद से गड्ढे से निकाला गया। लेकिन तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी। जिसके बाद पुलिस द्वारा दोनों मजदूरों को देर रात आनन-फानन में जिला मलखान सिंह अस्पताल लाया गया। जहां इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने दोनों मजदूरों को मृत घोषित कर दिया। जानकारी के अनुसार दोनों मजदूर बिहार गया के निवासी थे। जिसमें एक मजदूर का नाम प्रिंस मांझी ओर दूसरे मजदूर का नाम धर्मेंद्र मांझी बताया गया।जिसके बाद पुलिस ने दोनों मृतक मजदूरों के शवों का पंचनामा भर डेडबॉडी पोस्टमार्टम के लिए भेज दी गई।