बुलंदशहर(जनमत):- गांवों में विकास के दावों को यूपी के बुलंदशहर के पहासू ब्लाक क्षेत्र के गांव अमरपुर मुंह चिढ़ाता नजर आता है। गांव में पानी निकलने की कोई व्यवस्था ही नहीं है। पिछले दिनों हुईं मामूली वर्षा ने गांव के हालात बिगाड़ दिए हैं। लोगों के घर टापू में तब्दील हो चुके हैं। गांव में जलभराव के कारण मकानों में दरारें पड़ गई है, गांव में गांव के मेन रास्ते पर पानी ही पानी नजर आ रहा है। जलभराव से होकर गुजरना ग्रामीणों की मजबूरी बना हुआ है। स्कूल व हैंडपम्प के आसपास भी जलभराव हो गया है, जिससे छात्र-छात्राएं पानी से गुजरकर स्कूल जाने को मजबूर है, वही ग्रामीण पानी में उतरकर पेयजल की व्यवस्था कर रहे हैं। जलभराव समस्या का अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी समाधान ना होने पर ग्रामीणों ने लापरवाह अधिकारियों की शिकायत उच्चाधिकारियों से भी की है।
बुलंदशहर के पहासू ब्लॉक क्षेत्र का गांव अमरपुर है। ग्रामीणों ने गांव में विकास कराने के लिए सांसद विधायक जनप्रतिनिधियों को वोट देकर चुना था की यह जनप्रतिनिधि गांव में विकास की गंगा बहाएंगे लेकिन यहाँ तो सब उल्टा हो रहा है। इन सभी विकास के दावों की पोल खोल रहा यह अमरपुर गांव का मेन रास्ता। गांव में अंदर जाने के लिए मैन रास्ते पर जलनिकासी के लिए नालियां नहीं हैं। ग्राम प्रधान नेत्रपाल सिंह मीणा का कहना है कि हालांकि गांव के उत्तरी ओर पुराना तालाब है। वर्षा का पानी वहां जा सकता है, परंतु कुछ दबंग लोगों ने तालाब में पानी जाने का रास्ता बंद कर दिया। जिसके कारण मेन रास्ता पर जलभराव हो गया है। रास्ते पर हुए जलभराब के कारण ग्रामीणों का खाली निकलना भी दूभर हो गया है। गांव के मैन रास्ते पर यह जलभराव स्थायी रूप ले चुका है। यहाँ पर परमानेंट जलभराव हो रहा है। ग्रामीणों ने कई बार तहसील और ब्लॉक में इस जलभराव की समस्या से अधिकारियों को अवगत कराया गया है। लेकिन किसी भी संबंधित अधिकारी ने इस पानी की जल निकासी की समस्या से निजात दिलाने के लिए जहमत नहीं उठाई है। संबंधित अधिकारियों से नाराज ग्रामीणों ने लापरवाह अधिकारियों की शिकायत उच्चाधिकारियों से की है।
उधर ग्रामीणों का कहना है कि यदि इस जलभराव की समस्या से छुटकारा नहीं मिला तो गांव में भयंकर बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है। रास्ते में गंदा पानी भरा हुआ है जिससे पढ़ने वाले मासूम बच्चे सुबह को नंगे पैर रास्ते से गुजरते हैं तथा गांव में यदि कोई रिश्तेदार भी आता है तो वह भी इस रास्ते पर चलने से पहले जूता व पेंट उतार कर इस जलभराव से गुजारना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है कि जलभराव की इस समस्या को लेकर विकास का ढिंढोरा पीटने वाली सरकार सहित प्रशासनिक अधिकारियों की पोल खोल कर रख दी है। ग्रामीणों का साथ ही कहना है कि यदि जल्द इस समस्या से निजात नहीं दिलाई गई तो ग्रामीण तहसील व ब्लॉक पर धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे ग्रामीणों ने जलभराव की समस्या को लेकर गांव में ही प्रदर्शन कर प्रशासनिक अधिकारियों से जल्द से जल्द समस्या से निजात दिलाने की मांग की है।