देश- विदेश(जनमत) :- यह जगजाहिर है की राजनीतिकपार्टियां चुनाव जीतने के लिए बड़े बड़े वादे ज़रूर करती है, अभी कुछ समय पहले ही देश के कई राज्यों में हुए चुनावों के बाद एकवायदा जो लोगो के जेहन में उतरा हुआ है वो है किसानो की कर्जमाफी का वायदा, जिसकोलेकर भाजपा को कांग्रेस ने तीन राज्यों में हार का “हार” पहना दिया. वहीँ इसे लेकरअब लोगो की बयानबाजी भी सामने आ रही है.
वहीँ इसे लेकर रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने बयान दिया है. पूर्व गवर्नर के अनुसार किसानोंकी कर्जमाफी का फैसला सही नहीं है। राजन ने कहा कि कर्जमाफी चुनावी वादों का हिस्सा नहीं होना चाहिए। ऐसे कदमोंसे खेती में निवेश तो रुकता ही है साथ में राज्यों की हालत भी खराब होती है।कर्जमाफी रोकने के लिए उन्होंने चुनाव आयोग को पत्र भी लिखा है और उचित कदम उठानेका आग्रह किया है। चूँकि ऐसे वायदों का असर सरकार पर पड़ता है और इतनी बड़ी मात्र में कर्ज माफ़ीकरना कहीं न कहीं आर्थिक दृष्टी से भी नुक्सान पहुचाता है.