अलीगढ़(जनमत):- थाना अकराबाद क्षेत्र के एक गांव में उस वक्त दर्दनाक हादसा सामने आया है। जब तीन दोस्तों के साथ घर का 8 वर्षीय इकलौता चिराग जंगल में बकरियां चराने के लिए गया था। तभी रजवाहे की पटरी के किनारे बकरिया लेकर जा रहे घर के इकलौते मासूम का पैर अचानक रजवाहे की पटरी से फिसल गया ओर पैर फिसलते ही घर का इकलौता चिराग रजवाहे के गहरे पानी में गिर गया और उसकी पानी में डूबकर मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। तो वहीं साथ में मौजूद तीनों बच्चे अपने साथी मयंक को पटरी से पैर फिसल कर रजवाहे के गहरे पानी में गिरता हुआ देख तीनों बच्चे जंगल से दौड़कर गांव पहुंचे और 8 वर्षीय बच्चे के बंमबे में गिरने की सूचना ग्रामीणों सहित परिवार को दी।
सूचना मिलते ही परिवार के लोग सैकड़ों ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंचे ओर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाते हुए घंटों की मशक्कत के बाद बच्चे को ग्रामीणों की मदद से पानी से बाहर निकाला। लेकिन तब तक बहुत देर हो गई थी। जिसके चलते बच्चे मयंक की मौत हो चुकी थी। हादसे के बाद से गांव में गम का माहौल है। तो वहीं घर के इकलौते चिराग की मौत से परिवार में चीख-पुकार मची हुई हैं। वहीं इस मामले पर जनपद अलीगढ़ के थाना अकराबाद क्षेत्र के गांव करहेला निवासी पूर्व प्रधान राम अवतार सिंह के द्वारा घटना को लेकर कहना है कि गांव के अंदर एक परिवार के लोग अपने घर से जंगल में बकरियां चराने के लिए गए थे। इस दौरान कुछ बकरियां घर पर रह गई थी।
जिसके बाद दोपहर में उस परिवार का कक्षा में पढ़ने वाला इकलौता 8 वर्षीय बेटा मयंक अपने तीन साथियों के साथ घर पर बाकी बची बकरियों को जंगल में छोड़ने के लिए बंमबे की पटरी के सहारे गुजर कर जा रहा था। बताया जा रहा है कि तभी बंमबे की पटरी के सहारे होकर बकरियों को जंगल ले जा रहे बच्चे का पैर अचानक बंमबे की पटरी से फिसल गया और पैर फिसलते ही बच्चा गहरे पानी के अंदर गिर गया। जिसके बाद साथ में मौजूद तीनों छोटे बच्चों ने उसको गहरे पानी से निकालने की कोशिश की। लेकिन नाकाम रहे। जिसके बाद साथ में मौजूद बच्चों में हादसे को देख होश उड़ गए और तीनों बच्चे आनन-फानन में जंगल से दौड़ कर गांव पहुंचे और बच्चे के पैर फिसल कर रजवाहे के गहरे पानी में गिरने की सूचना परिवार के लोगों सहित ग्रामीणों को दी गई। बच्चे के रजवाहे के
पानी में गिरने की सूचना मिलते ही परिवार के लोगों में चीख-पुकार मच गई और सैकड़ों की तादाद में ग्रामीणों सहित परिवार के लोग दौड़ कर घटनास्थल पर पहुंच गए। मौके पर इकट्ठा हुए ग्रामीण बच्चे को तलाशने के लिए बंमबे के गहरे पानी में कूद गए ओर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाते हुए घंटों की मशक्कत के बाद ग्रामीणों की मदद से पानी के अंदर डूबे बच्चे को पानी में तलाशते हुए बाहर निकाला गया। लेकिन तब तक उसकी पानी में डूब कर मौत हो चुकी थी। घर के इकलौते चिराग की पानी में डूब कर मौत होने के बाद परिवार में चीख पुकार ओर कोहराम मच हुआ। तो वहीं ग्राम प्रधान का कहना है कि बच्चे की पानी में डूब कर मौत होने की सूचना मृतक के परिवार के लोगों या स्थानीय ग्रामीणों द्वारा पुलिस या प्रशासन को नहीं दी गई है।
Reported By:- Ajay Kumar
Posted By:- Amitabh Chaubey