प्रयागराज (जनमत) : अभी हाल ही में सरकार ने इलाहाबाद का नाम बदला और देश में नाम बदलने को लेकर एक नईए तरह की बहस छिड़ गयी. वहीँ अब इस मामले में न्यायलय में एक याचिका में दाखिल की गयी है. वहीँ इस याचिका में इस नाम को बदलने का विरोध किया गया है और याचिकाकर्ता ने प्रदेश सरकार द्वारा इस संबंध में प्रदेश सरकार के द्वारा ज़ारी की गयी अधिसूचना को भी चुनौती दी गयी है.
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वहीँ जानकारी के अनुसार इलाहाबाद नाम के साथ पौराणिकता जुड़ी हुई है। यह प्रयागराज से अधिक पुराना है। प्रतिष्ठानपुरी के शासक मनु की पुत्री इला के नाम से इलावास बना, जो बाद में इलावास और फिर इलाहाबाद हो गया। अकबर से लेकर अंग्रेजों के शासनकाल में इलाहाबाद के नाम से ही इस जिले ने प्रसिद्धि पाई है। स्वतंत्रता आंदोलन में भी इसी नाम से इसकी ख्याति हुई। वहीँ याचिकाकर्ता का कहना है की इस मामले में प्रदेश सरकार ने संवैधानिक और कानूनी प्रावधानों का भी पालन नहीं किया।