गोरखपुर (जनमत) :- उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जनपद में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश की वजह से सभी तालाब नदी और ताल पानी से भरे हुए हैं। पानी की अधिकता के कारण अब नदियों और तालों में मछुआरे भी उतर कर मछली पकड़ने से कतरा रहे हैं लेकिन यह पानी गोरखपुर में स्टंटबाजों के लिए करतब दिखाने का जरिया बन चुके है। जिले के महेसरा ताल पर बने इस रेलवे ब्रिज पर छोटे-छोटे बच्चे और बड़े स्टंट करते आपको नजर आ जाएंगे. ये बच्चे ट्रेन आने से पहले तक ब्रिज से छलांग लगाते हैं और हर रोज सुबह से शाम तक खतरनाक करतब करते हैं, लेकिन रेलवे प्रशासन बच्चों के मौत की छलांग पर आंख मूंदे बैठा हुआ हैं. नकहा जंक्शन और मानीराम रेलवे स्टेशन के बीच बने इस रेलवे के ब्रिज से हर रोज दो दर्जन गाड़ियां गुजरती हैं।
आसपास के गांवों के यह बच्चे हर रोज यहाँ इकठ्ठे होते हैं और पुल के ट्रैक और ब्रिज की ऊपर की रेलिंग पर चढ़कर छलांग लगाते है। नीचे गहरा पानी, और पुल से गुजरती ट्रेन से भी इनको डर नहीं लगता। इनका कहना है कि कभी कभार अगर कोई रेलवे का आता है तो रोकता है लेकिन बाकी समय में यहाँ यह इसी तरह से स्टंट करते हैं। वहीँ स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस जगह पर यह बच्चे पानी में छलांग लगाते हैं वहां पर पानी काफी गहरा है और इनके डूबने की हमेशा आशंका बनी रहती है लेकिन इसके बावजूद यहां पर यह मौत की छलांग लगाते रहते हैं। कोई भी इनको रोकने टोकने वाला नहीं है । ऐसा नहीं है कि इसके बारे में रेलवे के जीआरपी और आरपीएफ के लोगों को जानकारी नहीं है लेकिन इस बड़ी लापरवाही पर वह भी आंखें मूंदे हुए हैं वहीँ पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी बताया कि रेलवे पुल पर चलना और उसे पार करना ही दंडनीय अपराध है और अगर ऐसे में यह बच्चे इस पुल या उसके रेलिंग से छलांग लगा रहे हैं तो यह निश्चित रुप से काफी गंभीर बात है। इसको लेकर कार्यवाही की जाएगी.