मुरादाबाद:- महंगी लग्जरी गाड़ी, हिंदूवादी संगठन का झंडा और गाड़ी में मौजूद तमाम जांच एजेंसियों की मुहरें लेकर जालसाजों का यह गिरोह जब कारोबारियों के पास जाकर खुद को इनकम टैक्स अधिकारी बता कर उनके होश उड़ा देता था। जालसाज वक्क्त के मुताबिक विजलेंस से लेकर इनकम टैक्स और एंटी करप्शन विभाग के अधिकारी बनकर कारोबारियों को नोटिस थमा देते थे और बाद में मामला सुलझाने के नाम पर मोटी रकम वसूल कर फरार हो जाते थे। पुलिस ने गिरोह के तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर उनके पास से एक लग्जरी गाड़ी, विभिन्न जांच एजेंसियों के दस्तावेज, मुहरें और आईकार्ड बरामद किए है। गिरोह का सरगना फरार है जिसकी तलाश में दबिश दी जा रहीं है।
पुलिस हिरासत में खड़ें इन तीन जालसाजों के चेहरों को देखकर आपको यह मामूली अपराधी लगें लेकिन इनकी हकीकत जानकर आप भी हैरान रह जाओगे। पुलिस हिरासत में मासूम दिखने वाले यह शातिर “स्पेशल 26” फ़िल्म की तर्ज पर कारोबारियों के पास पहुंचते थे और खुद को आयकर विभाग और विजलेंस जांच टीम के अधिकारी बताकर उनके हिसाब में गड़बड़ी होने की जांच की बात कहते थे। इतना ही नहीं अधिकारी बनकर यह सम्बंधित विभाग का नोटिस भी कारोबारियों को पकड़ा देते थे और बकायदा उस नोटिस में विभाग की मुहर भी लगी होती थी। पुलिस को जब इस गिरोह के सक्रिय होने की जानकारी मिली तो मुखबीर की सूचना पर गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़े गए बदमाशों में अमरोहा जनपद का रहने वाला सतीश चौहान और मुरादाबाद जनपद के रहने वाले फरीद और राहिल शामिल है।
बदमाशों के इस गिरोह का सरगना मुरादाबाद जनपद के रहने वाला संजीव है जो फरार चल रहा है। लग्जरी गाड़ी में पूरे रौब के साथ चलने वाला यह गिरोह कारोबारियों के अलावा स्कूल-कालेज संचालकों और निजी अस्पताल के मालिकों को भी निशाना बनाते थे। हिसाब में गड़बड़ी बताकर यह नोटिस थमाने के बाद फोन से लगातार दबाव बनाकर रंगदारी वसूल कर रहें थे। पुलिस को जानकारी मिली है कि जालसाज अब तक कई कारोबारियों और स्कूल संचालकों को शिकार बना चुकें है। पुलिस के मुताबिक नौकरी लगाने के नाम पर भी जालसाज बेरोजगार युवकों को तलाश कर उनसे मोटी रकम वसूलते थे।