लखनऊ/जनमत/29 नवम्बर 2024। प्रतिवर्ष 29 नवम्बर को पूरे विश्व में वर्ल्ड मूवमेंट डिस्ऑर्डर डे मनाया जाता है। इस उपलक्ष्य में न्यूरोलॉजी विभाग ने 28 नम्बर को मूवमेंट डिस्ऑर्डर के मरीजों के साथ एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया।
प्रो0 दिनकर कुल्श्रेष्ठ ने मरीजों को विस्तार में मूवमेंट डिस्ऑर्डर क्या है और पार्किंस रोग, कंपन, डिस्टोनिया, कोरिया इसके कुछ प्रकार हैं के बारे में बताया।
प्रो0 अब्दुल कवि ने इस साल के वर्ल्ड मूवमेंट डिस्ऑर्डर डे के विषय फाइटिंग स्टीगमा के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन बीमारियों के कारण होने वाले सामाजिक भेदभाव और स्टीगमा जो कि इन मरीजों की दिनचर्या को प्रभावित करता है, उसका कैसे सामना किया जाये, स्वंय को कैसे मजबूत/दृढ़ बनाया जाये के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि दवाई/इंजेक्शन के माध्यम से इनसे कैसे निजात पाया जा सकता है।
प्रो0 प्रदीप मौर्या ने मरीजों के साथ होते सामाजिक भेदभाव से जुड़े सवालों के जवाब दिये। उन्होंने ने सम्बोधन में मरीजो एवं उनके परिजनो से निवेदन किया कि इस बीमारी से लड़ने के लिए जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण की आवश्यकता है।
प्रो0 ए0के0 सिंह, विभागाध्यक्ष, न्यूरोलॉजी विभाग ने बताया कि ऐसी बीमारियाँ समय के साथ बढ़ती और जितना जल्द इलाज मुहैया कराया जाए, उतना ही जल्दी फ़ायदा होने की संभावना होती है।
प्रो0 वी0एस0 गोगीया, विभागाध्यक्ष, पी0एम0आर0 और डॉ0 यशवीर, एसोसिएट प्रोफेसर, पी0एम0आर0 ने इन बीमारियों में अपनी दिनचर्या को नियंत्रित रखने के लिए थेरेपी कराये जाने पर जोर दिया।
REPORTED BY SHAILENDRA SHARMA
PUBLISHED BY MANOJ KUMAR