लखनऊ(जनमत): अक्सर विवादों में रहने वाली खाकी के पीछे की भी एक ज़िंदगी है। ये वही ज़िंदगी जिसको हम सब जीते है। मसलन सामाजिक कार्यो में सहभागिता के साथ ही धार्मिक गतिविधियों में भी बढ़चढ़ कर भाग लेना। हम – आप तो ऐसी ज़िंदगी जी रहे है लेकिन अगर खाकी की बात की जाये तो विभाग के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी निभाने के साथ ही इनमें भी कई प्रतिभाएं होती है। जिससे आम तौर हम सभी वाकिफ नहीं होते है। काम के बोझ तले इनकी प्रतिभा भी धुंधली होने लगती है। हालांकि कभी – कभी ऐसे मौके भी आते है जब यह खाकी यानि पुलिस कर्मी अपनी प्रतिभा से विभाग के साथ ही आम नागरिको की भी खूब वाह – वाही लूटते है। ऐसे ही एक पुलिस कर्मी है उपेंद्र राय है, जो उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के थाना ठाकुरगंज में तैनात है।
(गाना गाते हुए कांस्टेबल उपेंद्र राय)
आप वीडिओ में जिस शख्स को माइक पकड़ कर गाने गाते देख रहे है यह उपेंद्र राय ही है। मौका है जन्माष्टमी पर्व का। इस मौके पर हर वर्ष की तरह इस बार भी ठाकुरगंज की रिंग रोड चौकी में धार्मिक आयोजन हुआ था। आयोजन के दौरान ही पुलिस अधिकारियों और आम स्थानीय लोगो के बीच जब कांस्टेबल उपेंद्र राय ने माइक थामा और गाना शुरू किया बस सभी लोगो उसी गाने में खो गए। मौके पर मौजूद लोगो को तनिक भी अंदाजा नहीं रहा होगा कि खाकी भी इस तरह की प्रतिभा की धनवान हो सकती है। फिलहाल जिस तरह से पुलिस कर्मी उपेंद्र राय ने धार्मिक गीत गाकर लोगो को मंत्रमुग्ध कर दिया उससे यही कहा जायेगा कि इनकी एक ज़िंदगी है और इनको भी हम – आप की तरह ही व्यक्तिगत ज़िंदगी जीने का पूरा अधिकार है।