लखनऊ(जनमत).उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जहा अपराधियो पर लगाम कस रही है वही योगी के विधायक अपराधियो की पुलिस से पैरवी कर के उन अपराधियो का साथ दे रही है और साथ ही साथ विधायक अपराधियो को खुलेआम संरक्षण दे रही है.
ताजा मामला लखनऊ के बीकेटी का है जहा से भाजपा विधायक अविनाश त्रिवेदी और उनके गुर्गे एक आरोपी की गिरफ्तारी करने पर पुलिस से बदसलूकी करने लगे. इसी बीच आरोपी प्रशांत मिश्रा विधायक के दूसरे गुर्गों के साथ फरार हो गया. कुछ दिनों पहले लखनऊ यूनिवर्सिटी में हुए बवाल के मामले में कोर्ट ने आरोपी के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था. पुलिस को लंबे समय से प्रशांत मिश्रा की तलाश थी. गिरफ्तार न कर पाने के कारण अदालत भी पुलिस को लगातार फटकार लगा रही थी.
झूलेलाल वाटिका में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के अस्थि विसर्जन कार्यक्रम के बाद का है जहा उस समय बवाल मच गया जब चौकी इंचार्ज ने लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र नेता प्रशांत मिश्रा को हिरासत में लेने की कोशिश की वैसे ही बीकेटी से विधायक और उनके गुर्गों का पुलिस से बवाल हो गया.
एनबीडब्ल्यू के वारंटी प्रशांत मिश्रा को बचाने के लिए खुद विधायक अविनाश त्रिवेदी और उनके गुर्गे पुलिस से बदसलूकी करने लगे. इसी बीच प्रशांत मिश्रा विधायक के दूसरे गुर्गों के साथ फरार हो गया. मामला सत्तारूढ़ दल के प्रभावशाली विधायक का है, लिहाजा लखनऊ पुलिस इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.
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