लखनऊ / उत्तर प्रदेश:- हमेशा दावा किया जाता रहा है कि योगी सरकार में हर वर्ग के लोगों के लिए जनकल्याणकारी योजनाओं की आधारशिला रक्खी गई। महिला, बुजुर्ग, युवक और युवती समेत सभी को त्वरति न्याय दिलाने का भी व्यावस्था की गई । मिशन शक्ति अभियान भी योगी सरकार द्वारा किये गए उन दावों में से एक है। अगर बात की जाये दावों की तो चार साल में दावे तो बहुत हुए लेकिन हकीकत इन दावों से काफी जुदा रही। गोदी मीडिया की बात छोड़ दी जाये तो डिजिटल मीडिया में योगी सरकार के दावों की पोल खोलती कई ख़बरें आई। ऐसी ही खबरों में से एक खबर यह भी है 74 साल का बुजुर्ग अपने बेटी को न्याय दिलाने के लिए सरकारी चौखटों पर दर – दर की ठोकर खाता रहा लेकिन फिर भी उसे न्याय नहीं मिला। यह जरूर रहा कि जो आरोपी था वह अपने रसूख के दम पर पद पर ही बना रहा और सीना ठोक कर रिटायर अब भी हो रहा है। यह हाल किसी और विभाग का नहीं बल्कि मुख्यमंत्री योगी के अधीन वाले विभाग का है। बुजुर्ग ने सीएम योगी आदित्यनाथ से भी लिखित शिकायत की लेकिन नतीजा सिफर रहा।
बुजुर्ग का नाम है मोती लाल बिन्द और इनकी उम्र है 74 साल। मोती लाल ग्राम हवेलिया पोस्ट झूंसी जनपद प्रयागराज के रहने वाले है। उम्र के इस पड़ाव में भी अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए वह लखनऊ में सरकारी चौखटों की खाक छानते रहे लेकिन उन्हें अभी तक इंसाफ नहीं मिला। दरसअल बुजुर्ग मोती लाल बिन्द की बेटी इन्द्रावती राज्य नियोजन संस्थान उत्तर प्रदेश कालाकार हाउस पुराना हैदराबाद लखनऊ में ज्येष्ठ मूल्यांकन अधिकारी के पद पर तैनात है। इन्द्रावती क्लास वन रैंक की महिला अधिकारी है। बुजुर्ग के मुताबिक विभाग में संयुक्त निदेशक पद पर तैनात डॉक्टर सतवीर सिंह सिरोही पूरे कार्यकाल के दौरान उसकी बेटी का शरीरिक शोषण करने की फिराक में रहे। इसी फिराक में आये दिन उसकी बेटी का किसी न किसी रूप में उत्पीड़न करते रहे। पीड़िता ने जब आवाज़ उठाई तो सिंडिकेट बनाकर उसके खिलाफ ही विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी।
मामला एक महिला अधिकारी के उत्पीड़न से जुड़ा हुआ था इसलिए योगी सरकार द्वारा चलाई जा रही मिशन शक्ति अभियान के तहत भी महिला अधिकारी के पिता ने इंसाफ की गुहार लगाईं लेकिन सुनवाई नहीं हुई। चूकि नियोजन विभाग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अधीन वाला विभाग है इसलिए पीड़ित बुजुर्ग ने पत्राचार के माध्यम से सीएम योगी से शिकायत की। डिप्टी सीएम से लेकर कई मंत्रियों और विधायकों से बेटी को इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई। यहाँ नहीं सुनी गई तो राज्यपाल सचिवालय, पिछड़ा वर्ग आयोग, उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग के साथ पुलिस से भी शिकायत की लेकिन आपको जानकारी हैरानी होगी कि बुजुर्ग को कही से भी कोई इंसाफ नहीं मिला। यह जरूर था कि पत्राचार पर पत्राचार होता रहा और समय बीतता रहा ऐसे में आरोपी अधिकारी डॉक्टर सत्यवीर सिंह सिरोही अब रिटायर भी होने जा रहे है। पिछले काफी समय से न्याय की गुहार लगा रहे बुजुर्ग पीड़ित मोती लाल बिन्द अब टूट चुके है। हालांकि उम्मीद की एक किरण अभी बाँकी है यही वजह है कि भी बेटी को न्याय दिलाने के लिए उनका संघर्ष अभी जारी है। बुजुर्ग का दर्द है कि लिखित शिकायत के बाद भी उनका यह उनकी बेटी का किसी तरह का कोई बयान नहीं लिया गया।
मामले में कथित आरोपी संयुक्त निदेशक पद पर तैनात डॉक्टर सतवीर सिंह सिरोही से उनके दूरभाष नम्बर 9450359647 पर सम्पर्क किया गया तो उन्होनें आरोप या प्रत्यारोप वाली तो कोई बात नहीं कही। यह जरूर कहा कि वह बोलने के लिए अधिकृत नहीं है लेकिन अंत में यह जरूर कहा कि मामला अब कोर्ट में है और उनके द्वारा वहा पर जवाब दिया जा रहा है। साथ ही उन्होनें अपने वरिष्ठ अधिकारी विवेक कुमार से सम्पर्क करने की बात कही। योजना भवन में सेकण्ड फ्लोर पर रूम नम्बर 27 में स्थित ऑफिस में जब विवेक कुमार से सम्पर्क करने की कोशिश की गई तो वह भी विभागीय कार्य में बेहद व्यस्त मिले। उनके स्टाफ के कर्मी ने बताया कि सर दो दिन तक व्यस्त रहेंगें इसलिए उनसे अभी मिलना फिलहाल संभव नहीं है।
सोचिये ये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अधीन वाला विभाग है और इसी विभाग में सेवा दे रही क्लास वन की महिला अधिकारी अपने वरिष्ठ अधिकारी के उत्पीड़न का शिकार है। जब इस महिला अधिकारी को न्याय दिलाने के लिए उनका बुजुर्ग पिता दर – दर की ठोकर खाने पर मजबूर है तो अन्य पीड़ितों का क्या हाल होगा यह अपने आप में ही समझने वाली बात है।
Posted By:- Amitabh Chaubey