अलीगढ़ (जनमत) : जम्मू कश्मीर के राजौरी में शहीद जवान सचिन लौर के घर के आंगन में बुजुर्ग मां-बाप और परिवार के लोगों ने जैसे ही सचिन के शहादत की खबर सुनी इनके पैरों तले ज़मीन खिसक गयी. जिसके बाद बुजुर्ग मां की ममता का आंचल अपने लाडले सचिन को पुकार रही थी, मां की दहाड़ सुनकर लोग ग़मगीन हों गएँ. गांव के आंगन में पूरा गांव का गांव आसपास के कई गांव के लोग एकत्र होकर शहीद का पार्थिव शरीर आने का इंतजार आंखों ही आंखों में रात कटते रहे। जब शुक्रवार की भोर हुई तो बुजुर्ग मां-बाप और परिवार के लोगों की नजरे उदास मन से द्वार की ओर टकटकी लगाए तकती नजर आ रही थी।
जैसे ही शहीद का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा। बुजुर्ग मां-बाप सहित सारा का सारा गांव रो पड़ा था। आपको बता दें अलीगढ़ निवासी पैरा कमांडो सचिन लौर 2019 में सेना में भर्ती हुए थे। सचिन 2021 में स्पेशल फोर्स में कमांडो बने। वर्तमान में वह राजौरी में पैरा टू रेजीमेंट में तैनात थे।जम्मू कश्मीर के राजौरी में सुरक्षाबलों की आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में अलीगढ़ जिले के थाना टप्पल क्षेत्र के नगलिया गौरोला निवासी सचिन लौर देश के लिए शहादत देते हुए बलिदान हो गए।
शहीद का पार्थिव शरीर सैन्य सम्मान के साथ उसके पैतृक गांव नगरिया गौरौला पहुंचा तो बटालियन के कमांडेंट, पुलिस ओर जिला प्रशासन सहित पुलिस के जवान और प्रशासनिक अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों ने उन्हें राजकीय सम्मान के साथ गार्ड आफ आनर दिया गया।जहां शहीद हुए बेटे का अंतिम संस्कार उनके ताऊ की समाधि के पास ही किया जाएगा।
REPORT- AJAY KUMAR…
PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL…