कुशीनगर (जनमत):- “तुम्हारी फाईलों में गांव का मौसम गुलाबी है, मगर ये आंकड़े झूठे हैं दावे किताबी हैं..” विकास कार्यों में आंकडेंबाजी और गहराई तक फैली कमीशनखोरी पर जोरदार प्रहार करती जनकवि अदम गोंडवी की यह लाइनें कुशीनगर के खड्डा विकास खण्ड सिसवा गोपाल गांव पर बेहद सटीक बैठती हैं….. इस गांव के लिए स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत आधे शौचालय तो सिर्फ कागज में बने हैं…. वहीँ .जिनका निर्माण हुआ भी है उनमें से अधिकतर या तो बनने के साथ ही जमींदोज हो गए है या….. फिर ढहने के करीब हैं…..
प्रधानमंत्री की इस योजना में सरकारी धन को दोनों हाथों से लूटा जा रहा है……ग्रामप्रधान, सचिव और जिम्मेदार अधिकारियों की गठजोड़ ने निर्माण के लिए आए लाखों रुपये डकार लिए…. वहीँ गौर करने वाली बात यह है कि इस गांव को लगभग 8 महीने पहले ओडीएफ घोषित कर दिया गया है…..जनपद के खड्डा विकास खंड अन्तर्गत स्थित सिसवा गोपाल गांव में कमीशनखोरी के चक्कर में इन इज्जत घरों की इज्जत को निलाम कर दिया गया है….. विभाग द्वारा फीड किए गए ऑनलाइन डाटा के मुताबिक, सिसवा गोपाल को खूले में शौच से मुक्त रखने के लिए 1400 से ज्यादा शौचालयों का निर्माण कराया गया है….. परंतु जमीनी हकीकत इससे कोसों दूर है…..इस गांव में आज की तारीख में लगभग 500 ही शौचालयों का ही निर्माण हो सका है,…जिसमे से कई जमींदोज भी हो चुके हैं और कई होने की कगार पर है.