मुजफ्फरनगर / उत्तर प्रदेश (जनमत) — पुलवामा आतंकी हमले में उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर के एक लाल शहीद हो गए। जवान के शहीद होने की खबर के बाद पूरा मुजफ्फरनगर शोक के सैलाब में डूब गया है। मुजफ्फरनगर का जो जवान आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुआ है उसकी सेना में वर्ष 2017 में भर्ती हुई थी। शहीद के मामले में दुःखद पहलू यह भी है कि उनके परिजनों ने नियमों के खिलाफ उनकी नियुक्ति का आरोप लगाया है।
जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए मुज़फ्फरनगर का लाल शहीद हो गया है। जवान की शहीद होने की खबर के बाद मुजफ्फरनगर में उनके आवास पर काफी संख्या में लोग पहुंच कर शहीद के परिजनों से शोक व्यक्त कर रहे है। शहीद जवान प्रशांत शर्मा मूल रूप से उत्तर प्रदेश में बागपत के बिजरोल गांव के रहने वाले थे। इनके पिता शीशपाल शर्मा भी सेना में नायक पद से रिटायर्ड है और वर्तमान में करीब 15 साल से मुजफ्फरनगर में बुढाना रोड पर स्थित आवास पर रहते हैं। शीशपाल शर्मा के बेटे प्रशांत शर्मा वर्ष 2017 में सेना में भर्ती हुए थे जिसके बाद उनकी पहली पोस्टिंग राजस्थान में हुई थी। कुछ समय पहले उनकी पोस्टिंग जम्मू कश्मीर में कर दी गई थी। यहाँ उनके आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हो जाने की सूचना है। प्रशांत शर्मा की शहादत का समाचार मिलते ही उनके परिजनों समेत पूरे क्षेत्रवासी शोक में डूबे हुए है। काफी संख्या में इलाकाई लोग उनके आवास पर शोक व्यक्त करने पहुंचे। एक तरफ जहां लोगों के दिलों में प्रशांत शर्मा की शहादत के प्रति गर्व की भावना थी तो दूसरी तरफ उनके परिजनों की चीत्कार लोगों के सीने भी छलनी कर रहे थे। प्रशांत शर्मा के परिजनों ने आरोप लगाया कि उनकी नियुक्ति नियम विरुद्ध जम्मू कश्मीर में की गई जबकि यह प्रावधान है कि जम्मू कश्मीर में कम से कम 5 साल की सेना सेवा का अनुभव रखने वाले जवानों को ही नियुक्त किया जाना चाहिए।
शहीद प्रशांत शर्मा 25/12/98 को जन्मे थे और मात्र 22 वर्ष के थे। इसी साल 6 दिसंबर में प्रशान्त की शादी होनी थी और परिवार उनकी शादी की तैयारियों में लगा हुआ था, बस इंतजार था प्रशांत के छुट्टी मिलते ही घर आने का। खुशी की घड़ी आने से पहले ही प्रशांत के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। शहीद प्रशांत के छोटे भाई निशांत शर्मा ने मीडिया को बताया कि उनके पिताजी शीशपाल शर्मा सेना में नायक के पद से रिटायर्ड है और वह तीन बहन भाई हैं। बहन की शादी हो गई है। निशांत ने बताया सेना के अधिकारियों ने बताया कि हमारा भाई आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुआ है। अधिकारियों ने बताया शहीद प्रशांत शर्मा को तीन गोली सीने पर लगी हैं। निशांत शर्मा के साथ बातचीत में सेना के अधिकारियों ने बताया कि शहीद का पार्थिव शरीर पहुंचने के बाद काली नदी श्मशान घाट पर राजकीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
Posted By – Ambuj Mishra
Correspondent Janmat News