रामपुर (जनमत):- उत्तर प्रदेश के जिले रामपुर में विकास प्राधिकरण की कार्यवाही पर अब सवाल उठ रहे है, आरडीए पर बड़ा आरोप लगा है कि वो पोलटिंग व मकान की आड़ में रिश्वत खोरी का अड्डा चला रहे है, अपने निजी दलालों के ज़रिए लोगो से पहले शिकायत करवाते उसके बाद उन्हें ब्लेक मेल कर उनसे रिश्वत खोरी का गोरख धंधा चला रहे है। जिसको लेकर आज व्यपारी एकत्र हुए और रामपुर विकास प्राधिकरण के कार्यालय के बाहर उनका विरोध प्रदर्शन कर रामपुर से विकास प्राधिकरण को समाप्त करने की मांग की है।
वहीँ व्यापार व्यपार मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सदीप अग्रवाल सोनी ने मीडिया के ज़रिए बताया कि रामपुर ज़िला आबादी के हिसाब से छोटा ज़िला है जहाँ रामपुर विकास प्राधिकरण लागू नही हो सकता जिसको जबरन लागू किया गया है। साथ ही रामपुर ज़िले में प्लाटिंग व मकान निर्माण को रोकने के लिए उनको ब्लैक मेल कर मोटी रिश्वत लेकर अवैध वसूली की जा रही है यही नही आरडीए ने प्राइवेट दलाल रख रखे है जो शिकायत भी करते है और रिश्वत लेने और दिलाने की दलाली भी। जिससे रामपुर की जनता परेशान है।
अगर आरडीए को जल्द नही रोका गया तो रामपुर में व्यपार जल्द खत्म हो जाएगा और बेरोज़गरी का संकट हो जाएगा। ज़्यादातर आरडीए लागू 18 लाख से ज़्यादा वाले नगर में लागू होता है जबकि रामपुर शहर की आबादी 10 लाख से भी कम है। इस मामले में हमने मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर आरडीए को रामपुर से समाप्त करने की मांग की है।