कुशीनगर (जनमत) :- सूबे के मुख्यमंत्री मुसहर जाति के लोगो के लिए चाहे जो भी योजना चलाकर उनका विकास करने का दावा करें लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है…..सुबिधा तो दूर इन लोगो को समूचित इलाज भी मुहैया नही हो पा रहा …. ताज़ा मामला उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के दुदही विकास खण्ड का है … जहाँ मुसहर बस्ती में सरकार के मुफ्त चिकित्सा सुविधा की पोल तब खुल गई जब एक ही परिवार के 2 मुसहर माँ बेटे को समूचित इलाज के आभाव में अपनी जान गवानी पड़ी…
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जानकारी के अनुसार इस परिवार की मालि हालत बहुत ही दयनीय थी किसी तरह से मेहनत मजदूरी करके यह परिवार अपनी जीविका चलाता था …..परिवार के उपर गरीबी का आलम यह है कि घर के पांचो सदस्यो को भोजन समय से नही मिलता था….. जिस वजह से परिवार के सदस्य हमेशा बीमार रहा करते थे…. जिसके चलते अचानक माँ और बेटे की तबियत बिगड़ गई….. किसी तरह से उन्हें सीएचसी दुदही में भर्ती कराया गया लेकिन स्थिति में सुधार न होता देख चिकित्सको ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया…. जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में माँ और बेटे की मौत हो गई और बेटी का इलाज जिला अस्पताल में चल रह है जिसकी स्थिति नाजुक बनी हुई है…..इधर माँ बेटे के मौत के बाद परिजनों का गुस्सा सीएचसी के डॉक्टरों के ऊपर फुट पड़ा .मृतकों के परिजन और ग्रामीनों ने बताया कि मौत का कारण चिकित्सकीय सेवा में लापरवाही और गरीबी है….। हालाँकि हॉस्पिटल में मौत के मामले को सिरे से खारिज करते हुए सीएमओ ने बताया की माँ बेटे की मौत जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में हो गई…..