लखनऊ(जनमत).उन्नाव के बहुचर्चित गैंगरेप मामले में CBI को पुख्ता सबूत मिलने के बाद आज विधायक कुलदीप सेंगर के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गयी है. इसी कड़ी में आज रेप और हत्या में दूसरी चार्टशीट दाखिल हुई. इससे पहले इस मामले में केस तक दर्ज नहीं किया गया था जिसकी वजह से पीडिता ने मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह का प्रयास किया था. बता दें कि सीबीआई ने सेंगर के भाई और चार अन्य के खिलाफ शनिवार को अपना पहला आरोप पत्र दायर किया.
इस मामले में जांच एजेंसी ने भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के अलावा उसके भाई जयदीप सिंह उर्फ अतुल सिंह सेंगर, उसके साथी विनीत मिश्रा उर्फ विनय मिश्रा, बीरेंद्र सिंह उर्फ बऊवा, रामशरण सिंह उर्फ सोनू सिंह और शशि प्रताप सिंह उर्फ सुमन सिंह के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है. सभी राज्य के उन्नाव जिले के माखी गांव के निवासी हैं सीबीआई के एक प्रवक्ता ने दिल्ली में बताया कि एजेंसी ने आरोपी पर हत्या और अन्य संबंधित अपराधों के आरोप लगाए हैं.
गौरतलब है कि सत्तरह साल की उन्नाव की ही एक लड़की ने आरोप लगाया था कि भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने अपने आवास पर पिछले साल उससे उस वक्त बलात्कार किया जब वह नौकरी मांगने के लिए अपने एक रिश्तेदार के साथ वहां गई थी. वह न्याय पाने के लिए दर-दर भटक रही थी और उसने पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के सामने आत्मदाह करने का प्रयास भी किया था.
पीड़िता के पिता पर विधायक के खिलाफ बलात्कार के संबंध में मामला दर्ज कराने के लिए पिछले तीन अप्रैल को अदालत की सुनवाई में हिस्सा लेने के लिए आए थे. शाम में आरोपी ने उनके साथ कथित तौर पर गाली-गलौज की और उनकी पिटाई की. आरोपपत्र में सीबीआई जांचकर्ता अनिल कुमार ने आरोपियों को भारतीय दंड संहिता के तहत हत्या समेत विभिन्न धाराओं में आरोपित किया है. सीबीआई ने 19 पन्ने के अपने आरोप पत्र में 76 गवाहों और 53 दस्तावेजों का सबूत पेश किया है. कुलदीप सिंह सेंगर बलात्कार कांड में मुख्य आरोपी हैं और वे फिलहाल जेल में हैं.
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