गाजियाबाद (जनमत)- उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में आपूर्ति विभाग कार्यालय की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां पर पहले तो महकमे ने बिना जांच किए एक महिला के नाम से राशन कार्ड जारी कर दिया और फिर उसके परिवार में 9 सदस्य दर्शाएँ गए। वहीँ इस मामले में सबसे बड़ी हैरानी की बात तो यह है कि परिवार के अधिकांश सदस्यों की जाति अलग अलग है और महिला के सभी आठ सदस्यों को बेटी-बेटे तथा एक युवक को देवर होना दर्शाया गया है। मामला उजागर होने पर विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
वहीं, अधिकारी मामले को दबाने में जुटे हैं। मोदीनगर की दुकान संख्या 10090741 पर लक्ष्मी नाम की महिला का पिछले दिनों राशन कार्ड जारी कर दिया गया।वहीं, लोगों ने आरोप लगाया कि आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने राशन डीलर के साथ मिलीभगत करके फर्जी राशन कार्ड जारी करा लिए हैं। जिनपर राशन डीलर राशन निकालकर सरकार को चूना लगाने का काम कर रहा है। तहसीलदार उमाकांत तिवारी का कहना है कि मामले की जांच आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को सौंपी है। इस बारे में आपूर्ति अधिकारी एसपी मौर्य से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह बड़ी त्रुटि है।
राशन कार्ड में दिया गया विवरण निम्न है-
1-लक्ष्मी पिता रूपचंद रूरकीवाल (धारक)
2-विरेंद्र कुमार पिता राजय लाल गोयल (बेटा)
3-राजकुमार पिता रामसिंह (देवर)
4-आजाद पिता मुस्तकीम (बेटा)
5-आकाश तोमर पिता मंगल सैन तोमर (बेटा)
6-मेनका शर्मा पिता मंगलसेन तोमर (बेटा)
7-आरती शर्मा पिता पवन शर्मा (बेटी)
8-शारदा पिता राजकुमार (बेटी)
9-आयुष त्यागी पिता प्रशांत कुमार त्यागी (बेटा)
हालाँकि मामला संज्ञान में आने के बाद और खाद्य आपूर्ति विभाग की किरकिरी होने के बाद राशन कार्ड को विभाग की वेबसाइट से हटा दिया गया है जब इस बारे में खाद्य आपूर्ति विभाग के फूड इंस्पेक्टर से बात की तो उनका कहना है कि यह मामला उनके सामने आने के बाद उन्होंने तत्काल प्रभाव से कार्यवाही करते हुए राशन कार्ड को निरस्त करा दिया है और इस मामले की जांच के लिए संबंधित अधिकारी को लिखित पत्र भेज दिया है तथा मामले की जांच की जा रही है.