एटा/जनमत/09 जनवरी 2025। जिले के मलावन थाना क्षेत्र के सेंथरी गांव के समीप देर रात साधुओं से भरे कंटेनर में पीछे से कंटेनर ने टक्कर मार दी। हादसे में करीब आठ संत महात्मा घायल हो गए। घटना के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। सूचना मिलते ही मलावन थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने घायल साधुओं को एंबुलेंस की मदद से एटा स्थित वीरांगना अवंती बाई जिला मेडिकल कालेज में भर्ती करवाया है जहां चिकित्सकों ने उन्हें प्राथमिक उपचार दिया है। वहीं हादसे के बाद साधुओं ने जमकर हंगामा काटा।
सभी संत महात्मा यति नरसिम्हानंद महाराज के शिष्य बताए जा रहे है। यति नरसिम्हानंद महाराज के शिष्य यति रामस्वरूपा नंद गिरि महाराज ने जानकारी देते हुए बताया कि वह देवी मन्दिर डासना गाजियाबाद से कुंभ मेले में हिस्सा लेने जा रहे थे। जब वह वहां से रवाना हुए तो कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम थे।
लोकल पुलिस एमएम इंटेलीजेंस,आई बी सभी की जानकारी में था। वहीं मलावन थाना पुलिस घटना की गहराई से जांच में जुट गई है।हादसे में सनोज शास्त्री महाराज उम्र 48 वर्ष, पवन रावत पुत्र गोविंद उम्र 22 वर्ष, अजया नंद पुत्र यति नरसिंह यादव उम्र 40 वर्ष, सिकंदरा उम्र ललन शर्मा उम्र 27 वर्ष, रमेश पुत्र जीतराम उम्र 48 वर्ष, यति राम स्वरूपा नंद गिरि पुत्र यति नरसिम्हानंद गिरी उम्र 49 वर्ष, रामसिंह पुत्र चमन गिरी 65 वर्ष निवासी शिव शक्ति धाम गाजियाबाद घायल हुए सभी साधुओं का चिकित्सकों ने उपचार किया है।
देवी मंदिर डासना के महंत यति नरसिंहानंद महाराज के शिष्य यति रामस्वरूपा नंद गिरि महाराज ने एक्सीडेंट को इस्लामिक देशों का षड्यंत्र बताते हुए साधुओं की हत्या करने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि नरसिंहानंद महाराज के ऊपर इस्लामिक देशों ने 1600 करोड रुपए का इनाम घोषित किया है। इस्लामिक देश महाराज जी और उनके शिष्यों की हत्या करना चाहते हैं।हालांकि हादसे पर अभी कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। यति नरसिम्हानंद महाराज के शिष्य ने जांच एजेंसियों और प्रशासनिक अधिकारियों पर मिले होने का आरोप लगाया है। साधु ने बताया कि रोड के किनारे सामग्री और संतों से भरा कंटेनर खड़ा था। खड़े कंटेनर में पीछे से टक्कर मारी गई है।
REPORTED BY NAND KUMAR
PUBLISHED BY MANOJ KUMAR